सृजित अवस्थी/पीलीभीतः कृष्ण जन्माष्टमी की पूरे देश में धूम मची है. अधिकांश मंदिरों में रात 12 बजे श्रीकृष्ण का प्राकट्य उत्सव मनाया जा रहा है, लेकिन यूपी में कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जहां दिन में ही भगवान कृष्ण प्रकट होते हैं और उनका अभिषेक किया जाता है. इसमें प्रमुखता में पहला मंदिर वृंदावन में है, वहीं दूसरा पीलीभीत में स्थित है.
यूपी के पीलीभीत के चौक बाजार में स्थित राधारमण मंदिर काफी प्राचीन है. इस मंदिर का निर्माण पीलीभीत के तत्कालीन राजा लालता प्रसाद और हरि प्रसाद ने किया था. ऐसा माना जाता है कि राजाओं ने कुछ मनोकामनाएं मांगी थीं और राधारमण के प्रति उनकी आस्था बहुत अधिक थी. मनोकामनाओं के पूर्ण होने के बाद उन्होंने इस मंदिर की स्थापना की थी.
मंदिर में लगे शिलालेख के अनुसार, इसका निर्माण संवत 1853 (सन 1796) में हुआ था. पीलीभीत में स्थित राधारमण मंदिर में ठीक वृंदावन पद्धति से पूजा की जाती है. मंदिर के महंत सुधीर चंद्र गोस्वामी बताते हैं कि उनका वृहद परिवार ही वृंदावन के राधारमण मंदिर में पूजा करता है. महंत के मुताबिक, भारत में दो ही प्राचीन और प्रमुख राधारमण मंदिर हैं, पहला वृंदावन में है और दूसरा पीलीभीत में है.
दरअसल, मान्यता है कि वृंदावन में आचार्य श्री गोपाल भट्ट जी की साधना से प्रसन्न होकर भगवान कृष्ण ने विग्रह रूप में सुबह-सुबह अपना प्राकट्य लिया था. तब से ही राधारमण मंदिर में दिन में जन्मोत्सव मानने की परंपरा चली आ रही है. आचार्य श्री गोपाल भट्ट जी के शिष्य और वंशज भी दिन में ही उत्सव मनाते हैं, इसलिए पीलीभीत के राधारमण जी मंदिर में भी दिन में ही उत्सव मनाया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : September 07, 2023, 18:38 IST