परमजीत कुमार/देवघर. जब कोई शनि से परेशान होता है तो पंडितजी उसको शनिवार के दिन पीपल पेड़ के नीचे दीया जलाने की सलाह जरूर देते हैं. इसके अलावा, कई अन्य उपायों के लिए भी लोग पीपल पेड़ के नीचे दीया जलाते हैं. लेकिन, जब तक कोई क्रिया नियमानुसार या सही तरीके से न की जाए, तब तक उसका फल मिल पाना मुश्किल होता है. ऐसे ही पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जालने का भी नियम है, जो बहुत कम लोग जानते हैं.
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषायार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि सनातन धर्म में पीपल का पेड़ पूजनीय है. अगर जातक पूरे विधि विधान के साथ इस पेड़ की पूजा आराधना करे तो कई प्रकार के ग्रह दोष और बधाएं समाप्त हो जाती हैं. साथ ही पीपल पेड़ के नीचे दीपक जलाने से घर में माता लक्ष्मी का वास होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इसके लिए कुछ विशेष नियम का पालन भी जरूरी होता है, ताकि आपके ऊपर उल्टा असर न पड़े.
पीपल पेड़ के नीचे दीपक जलाने के नियम
समय का रखें ध्यान: पीपल पेड़ के नीचे दीपक जलाने के लिए सुबह और शाम का समय सबसे शुभ माना जाता है.
करें परिक्रमा: पीपल पेड़ के नीचे दीपक जलाने के बाद सात बार पेड़ की परिक्रमा करनी चाहिए. ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और सभी प्रकार के शनि दोष समाप्त हो जाते हैं.
रोज न जलाएं दीपक: पीपल पेड़ के नीचे हर रोज दीपक नहीं जलाना चाहिए. सिर्फ गुरुवार और शनिवार के दिन ही पीपल पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए. इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं.
घी का दीपक न जलाएं: पीपल पेड़ के नीचे सिर्फ सरसों के तेल का ही दीपक जलाएं. ऐसा करने से कई प्रकार के ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 24, 2024, 21:11 IST