पितृपक्ष में महिलाएं… इन चीजों का दान कर पा सकती हैं पितरों का आशीर्वाद

परमजीत कुमार/देवघर: पितृ पक्ष का महीना शुरू होने वाला है. 15 दिनों तक चलने वाले पर्व में पितरों की आत्मा की शांति के लिए गया में पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध किया जाता है. पितृ पक्ष भादो माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर अश्विन माह की अमावस्या तक चलता है, यानी 30 सितंबर से पितृपक्ष शुरू हो रहा है जो 14 अक्टूबर तक चलेगा.

पितृपक्ष में जितना पिंडदान, श्राद्ध और तर्पण का महत्व है, उतना ही दान का भी महत्व माना गया है. जो महिलाएं पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान नहीं कर सकतीं, वे दान कर पितरों से आशीर्वाद प्राप्त कर सकती हैं. तो आइए देवघर ज्योतिष आचार्य से जानते हैं कि पितृपक्ष में महिलाओं को क्या दान करना चाहिए?

घर में नहीं पुरुष तो महिलाएं करें दान
देवर के प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि पितृपक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान, तर्पण या श्राद्ध किया जाता है, जिससे पितर प्रसन्न होते हैं और परिवार के लिए सुख समृद्धि का आशीर्वाद देकर बैकुंठ चले जाते हैं. वहीं अगर जिनके घर में पुरुष नहीं हैं और किसी कारण महिलाएं भी गया जाकर पिंडदान नहीं कर सकती हैं, तो वे पितरों को प्रसन्न करने के लिए कुछ वस्तुएं अगर गरीब या ब्राह्मण को दान कर दें तो पितृ के आशीर्वाद से घर में आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी, परिवार में खुशी का माहौल बना रहेगा, संपत्ति, वंश में बढ़ोतरी होगी.

महिलाएं इन सब चीज़ो का कर सकती हैं दान
पितृपक्ष के दिनों में महिलाओं को अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए केला दान करना चाहिए. केले का फल भगवान विष्णु को अति प्रिय है और मोक्ष प्रदान करने वाले भगवान विष्णु ही हैं, इसलिए पितरों को प्रसन्न करने के लिए केला दान कर सकते हैं. इसके अलावा महिलाएं अगर किसी गरीब या ब्राह्मण को अपने घर में दक्षिण दिशा की ओर मुंह कर बैठा कर भोजन कराएं तो पितृ प्रसन्न होते हैं. उनके आशीर्वाद से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.

सफेद मिठाई का करें दान
सफेद मिठाई पितृ पक्ष के दिनों में पितरों के निमित्त गरीबों को दान करें. पितरों को सफेद रंग बहुत पसंद होता. सफेद रंग सकारात्मकता का प्रतीक है. मान्यता है कि सफेद मिठाई पाकर पितृ प्रसन्न होते हैं, इसलिए पितृपक्ष में सफेद मिठाई का दान करें.

लगा पान दान करें
पितृपक्ष के दिनों में पितरों की आत्मा की शांति के लिए लगा हुआ पान किसी गरीब या ब्राह्मण को अवश्य दान करें. जब आप लगा हुआ पान दान करते हैं तो घर में संपत्ति की वृद्धि होगी. धन की कमी नहीं होगी.

दही का दान करें
पितृपक्ष में किसी ब्राह्मण को दही चूड़ा का भोजन कराएं. इससे पितृ तृप्त होते हैं. पितृपक्ष में दूध से ज्यादा दही का महत्व है. इसलिए दही का दान भी कर सकते हैं. ऐसा करने से घर में शांति हमेशा बनी रहती है.

(NOTE: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां और तथ्य मान्यताओं के आधार पर हैं. NEWS18 LOCAL किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.)

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