पितृपक्ष की एकादशी है खास, इस दिन सिर्फ कीतृन से मिलती है मुक्ति, जानें गया के आचार्य की राय

कुंदन कुमार/गया : आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि यानी 9 अक्टूबर 2023 सोमवार के दिन की जाएगी. ऐसा कहा जाता है अगर इस दिन जातक अपने पितरों का तर्पण करते हैं तो उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है. यह दिन पूर्वजों को समर्पित होता है. इस दिन पितर पृथ्वी पर आते हैं. साथ ही इस दिन भगवान विष्णु की भी पूजा का विधान है.

यही वजह है कि लोग पालनहार से अपने पूर्वजों के मुक्ति के लिए प्रार्थना करते हैं. कई विद्वानों का मानना है कि एकादशी के दिन पिंडदान नहीं किया जाता सिर्फ इस दिन हरि कीर्तन करें. वहीं कुछ विद्वानों का मानना है कि इस दिन पितरों को पिंडदान करने से सात पीढ़ियों के पितर को बैकुंठ की प्राप्ति होती है.

एकादशी के दिन इन चीजों से करें परहेज

इस संबंध में गया मंत्रालय वैदिक पाठशाला के पंडित रामाचार्य बताते हैं कि एकादशी के दिन न हवन करना चाहिए, न भोजन करना चाहिए और न हीं भोजन करने के बाद दान करना चाहिए. इस दिन सिर्फ हरि कृतन करते रहना चाहिए. कुछ लोग एकादशी के दिन पितरों का श्राद्ध करते हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों का मानना है कि इस दिन सिर्फ विष्णु का वंदन, विष्णु तुलसी अर्चन, वेद पाठ करना है और द्वादशी प्रातःकाल में श्राद्ध, देवता तर्पण करके ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए.

गया जी में 365 दिन श्राद्ध का महत्व है. तो एकादशी के दिन श्राद्ध कैसे करेंगे. इस पर पंडित रामाचार्य बताते हैं कि गया में सर्वदा पिंडदान और श्राद्ध कर सकते हैं, लेकिन कुछ लोग एकादशी के दिन श्राद्ध नहीं करते और एकादशी का श्राद्ध द्वादशी को करते हैं.

एकादशी के दिन किए श्राद्ध का यह है महत्व

माना जाता है कि एकादशी श्राद्ध पर किया गया श्राद्ध पितरों के पापों को काटता है. उन्हें मृत्यु लोक से मुक्त करती हैं अथवा शरीर की प्राप्ति कराता है. हर साल एक ही तिथि पर मृतकों का श्राद्ध करने का विधान होता है. हालांकि जब पितृपक्ष श्राद्ध किया जाता है तो केवल तिथि ही मायने रखती है.

पितृपक्ष के दौरान किए गए श्राद्ध अनुष्ठान अत्यधिक लाभकारी होते हैं और पितृ अपने परिवार पर अपना आशीर्वाद बरसाते हैं. पितृ पक्ष में पितृ सूक्ष्म रूप में पृथ्वी पर आते हैं. अपने वंशजों द्वारा किए गए श्राद्ध और तर्पण के माध्यम से वे प्रसाद प्राप्त करते हैं बदले में वे अपने परिवारों को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.

Tags: Gaya news, Local18, Religion 18

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *