नीरज कुमार/ बेगूसराय: खेती-किसानी में अब महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है और अपनी एक अलग पहचान बना रही है. शादी के पहले पिता और शादी के बाद ससुराल में पति के नाम से पहचानी जाने वाली महिलाओं के लिए खेती के बल पर अपनी अलग पहचान बना पाना चुनौतिपूर्ण रहता है. लेकिन, बिहार के बेगूसराय जिला स्थित फतेहपुर पंचायत अंतर्गत आने वाले बालाचक गांव के वार्ड संख्या-10 की रहने वाली रंजना देवी के लिए यह चुनौती बड़ी थी. जब पति को खेती के बारे में बताया तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया. परिवार चलाने के लिए खुद से खेती खेती शुरू करने का कदम उठा लेना बड़ी मुसीबत थी. रंजना देवी ने हार नहीं मानी और समाज की परवाह किए बगैर जीविका से लोन लेकर खेती करने को ठान ली. रंजना देवी का यह फैसला उनके लिए तकदीर बदलने वाला साबित हुआ. आज सब्जी की खेती कर अच्छी कमाई कर रही है और गांव की महिलाओं को रोजगार भी दे रही है.
मायके से खेती सीखकर ससुराल में बनाई पहचान
फतेहपुर पंचायत की रहने वाले सुनील तांती की पत्नी रंजना देवी ने बताया कि बैगन की खेती का आईडिया मायके में अपने पिता से सीखा. इसकी खेती में अच्छी आमदनी होती है. बेरोजगार पति को बैगन की खेती का आईडिया दिया तो उन्होंने मना कर दिया. लेकिन घर चलाने के लिए खुद जीविका से जुड़कर एक लाख लोन प्राप्त कर बैगन की खेती शुरू कर दी. 4 महीने की खेती में 300 रुपए रोजाना की मजदूरी देकर आस-पास के तीन महिलाओं को काम में सहयोग करने के लिए रख लिया. बैंगन खेती में 25 से 30 हजार कीटनाशक दवाओं में लग जाते हैं. वहीं बैंगन के रोपने से लेकर पौधे में फलन शुरू होने तक में चार महीने के दौरान 70 हजार तक खर्च आया.
खेत से हर पांचवें दिन निकल रहा है 10 से 12 क्विंटल बैगन
किसान रंजना देवी ने बताया कि एक बीघा में बैगन की खेती कर रहे हैं. हर पांचवें दिन बैगन का फसल टूटकर बाजार में जाने के लिए तैयार हो जाता है.10 से 12 क्विंटल 5 दिनों पर टूटता है. अभी के बाजार मूल्य के अनुसार 10 से 12 हजार आ रहा है. यदि रेट 30 रुपए प्रति किलो रहता तो 30 हजार तक आता. चार महीने की इस खेती का जिक्र करते हुए रंजना देवी ने बताया कि जीविका से मिले एक लाख कर्ज को लौटाकर चार महीने में 1.40 लाख से अधिक की आमदनी प्राप्त कर चुके हैं. अभी बैगन के पौधे में फलन जारी है. जो भी बैगन अब बाजार बिकेगा उससे सिर्फ अब मुनाफा ही होने वाला है. रंजना देवी ने बताया की चार महीने की सब्जी की खेती कर सालों भर खुशहाल रहते हैं.
.
FIRST PUBLISHED : September 21, 2023, 12:09 IST