परमजीत कुमार/देवघर. इस साल पितृपक्ष 30 सितंबर सें शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलने वाला है. माना जाता है कि पितृपक्ष के इन 15 दिनों में हमारे पितृ का धरती पर आगमन होता है. इस दौरान पितृ को पिंडदान, श्राद्ध, तर्पण आदि कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है. पितृ प्रसन्न होते हैं तो घर पर सुख समृद्धि बनी रहती है. वहीं देवघर के बैद्यनाथ मंदिर के तीर्थपुरोहित बताते हैं कि जिनके पास धन का अभाव होता है उनको भी पितृपक्ष में पितृ को प्रनन्न करना चाहिए, क्योंकि पितृ इस समय की प्रतीक्षा में रहते हैं. अगर उनका कर्म नहीं किया जाता है तो वह नाराज होकर चले जाते हैं. तीर्थपुरोहित ने बताया कि धन के अभाव में पितृ को कैसे प्रसन्न कर सकते हैं.
बैद्यनाथ मंदिर के प्रसिद्ध तीर्थपुरोहित व ज्योतिषाचार्य बाबा प्रमोद श्रृंगारी ने लोकल 18 को बताया कि पितृपक्ष में देश विदेश सें लोग गया पहुंच कर अपने पितृ का कर्म करके उनको प्रसन्न करते हैं, क्योंकि पितृपक्ष के ये 15 दिन पितृ के पिंडदान, श्राद्ध, तर्पण आदि के लिए सबसे शुभ दिन माने जाते हैं. वहीं कई लोग ऐसे होते हैं जो धन और समय के अभाव में अपने पितृ का कर्म नहीं कर पाते हैं. जिससे पितृ नाराज होकर चले जाते हैं. पितृ के नाराज होने से सीधा असर वंश पर पड़ता है.
धन के अभाव में भी कर सकते हैं पितृ को प्रसन्न
देवघर के तीर्थपुरोहित प्रमोद श्रृंगारी ने बताया कि पितृ के आशीर्वाद से ही हम लोग आगे बढ़ते हैं. अगर हमारे पितृ हमसे प्रसन्न रहें तो घर में खुशनुमा माहौल सदैव बना रहता है. वहीं पितृ को ज्यादा कुछ नहीं चाहिए होता है. कई लोग पितृपक्ष में चांदी, ताम्बा के बर्तन अर्पण करते हैं. लेकिन अगर आपके पास धन नहीं है तो आप दक्षिण दिशा में खड़े होकर हाथ उठाकर ये बोले कि ‘हे पितृ आपके लिये में कुछ नहीं कर पाया. इसलिए आप मुझसे नाराज मत होइये. आप मेरी प्राथर्ना स्वीकार करें और संतुष्ट होकर आशीर्वाद दें’ इससे भी पितृ प्रसन्न हो जाते हैं और पितृऋण सें मुक्त कर देते हैं.
जानिए कब समाप्त हो रहा है पितृपक्ष
पितृपक्ष अमावस्या के दिन समाप्त होता है. अमावस्या की शुरुआत 13 अक्टूबर सुबह 11 बजकर 29 मिनट से होने जा रही है. अमावस्या तिथि का समापन अगले दिन यानी 14 अक्टूबर दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर होगा. उदयातिथि को मानते हुए पितृ विसर्जन अमावस्या 14 अक्टूबर को मनायी जाएगी.
.
Tags: Deoghar news, Dharma Aastha, Jharkhand news, Latest hindi news, Local18, Pitru Paksha, Religion 18
FIRST PUBLISHED : October 10, 2023, 11:04 IST