पिछले साल ट्रेन में 4 लोगों को मारी थी गोली, अब बर्खास्त RPF कांस्टेबल ने जेल बदलने की लगाई गुहार

हाइलाइट्स

आरपीएफ के बर्खास्त कांस्टेबल पर अपने सीनियर अफसर समेत 4 लोगों की हत्या का आरोप है.
याचिका दायर कर आरोपी ने मांग की है कि निष्पक्ष सुनवाई के लिए उसे दूसरी जेल में रखा जाए.

मुंबई: पिछले साल एक ट्रेन के अंदर 4 लोगों की हत्या के आरोपी बर्खास्त आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह चौधरी ने सोमवार को कोर्ट से मांग की कि “निष्पक्ष सुनवाई और न्याय” की खातिर उसे अकोला जेल से हटाकर मुंबई के उत्तर-पश्चिम में डिंडोशी अदालत के करीब एक फैसिलिटी में भेज दिया जाए. अकोला राज्य के विदर्भ क्षेत्र में स्थित है, जिसकी महानगर से दूरी 550 किलोमीटर से भी अधिक है.

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ए ए अयाचित ने आर्थर रोड (मुंबई) और तलोजा जेल (नवी मुंबई) के अधिकारियों से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है. कोर्ट ने अधिकारियों से रिपोर्ट देने के लिए कहा है कि क्या आरोपी को इन जेलों में रखा जा सकता है. न्यायाधीश ने अकोला जेल अधिकारियों को चौधरी को अदालत के समक्ष पेश करने का भी निर्देश दिया. मामले की अगली सुनवाई 30 मार्च को होगी.

वकील जयंत पाटिल के माध्यम से दायर अपनी याचिका में आरोपी कांस्टेबल ने कहा कि उसे मजिस्ट्रेट अदालत से कोई राय या आदेश लिए बिना “दूरस्थ और असुरक्षित” जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसने रिमांड स्टेज के दौरान मामले की सुनवाई की थी. याचिका में आरोपी ने दावा किया उसे सुरक्षा कारणों से अकोला सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था और उन्हें लंबे समय तक अदालत में पेश नहीं किया गया.

कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि आर्थर रोड और तलोजा जेल अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक हैं, क्योंकि वे डिंडोशी सत्र अदालत से केवल 25 किलोमीटर और 49 किलोमीटर दूर हैं. आवेदन में कहा गया है कि आरोपी गंभीर आरोपों का सामना कर रहा है और इसलिए निष्पक्ष सुनवाई और प्राकृतिक न्याय के लिए अदालत कक्ष में उसकी उपस्थिति जरूरी है.

पाटिल द्वारा दायर याचिका में दावा किया है कि एक कैदी को सुरक्षित रखना प्रत्येक जेलर का कर्तव्य है और इसलिए, चौधरी को “सुरक्षित हिरासत के लिए दूरस्थ जेल में स्थानांतरित करना कोई वैध कारण नहीं है”. उन्होंने कहा कि डिस्चार्ज आवेदन दायर करने के लिए और आरोपी से निर्देशों की आवश्यकता है.

आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह चौधरी पर पिछले साल 31 जुलाई को पालघर के पास जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में अपने वरिष्ठ अधिकारी एएसआई टीका राम मीना और तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या करने का आरोप है. यात्रियों द्वारा ट्रेन की अलार्म चेन खींचे जाने के बाद उसे मीरा रोड पर रेलवे ट्रैक के किनारे से उनके सर्विस हथियार के साथ पकड़ लिया गया था.

Tags: India news, Mumbai News

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