पावर सब स्टेशन में क्यों बिछाया जाता है पत्थर, क्या आपको है इसकी जानकारी

गुलशन कश्यप/जमुई : आप कभी ना कभी किसी न किसी पावर सब स्टेशन या स्विचयार्ड तो जरूर गए होंगे. या अगर नहीं भी गए, तो उसके आस-पास से गुजरे जरूर होंगे. आपने देखा होगा कि सभी पावर सब स्टेशन में जमीन के ऊपर कंकड़, पत्थर या बजरी बिछाई जाती है. तो ऐसे में आपके मन में भी यह सवाल जरूर आया होगा कि आखिर इसके पीछे का कारण क्या है. आखिर क्यों सभी पावर सबस्टेशन या स्विचयार्ड में जमीन के ऊपर कंकड़ या पत्थर बिछा दिया जाता है. या ऐसा करने से पावर सबस्टेशन को किस प्रकार फायदा पहुंचता है. तो आज हम आपको इस दिलचस्प सवाल का जवाब बताने वाले हैं.

पहले जानिए आखिर किस काम में आता है पावर सब स्टेशन
पावर सब स्टेशन में पत्थर क्यों बिछाए जाता है, इसको जानने से पहले आपको यह समझना होगा कि पावर सबस्टेशन किस प्रकार काम करता है. दरअसल, पावर सब स्टेशन या पावर ग्रिड वो जगह होती है जहां से हाई वोल्टेज करंट को अलग-अलग ट्रांसफार्मर से गुजार कर सप्लाई किया जाता है. इस दौरान हाई वोल्टेज करंट का एक बड़ा हिस्सा रिलीज भी होता है. जिसे फॉल्ट करंट कहा जाता है और उसके बाद उसे 11 हजार वोल्ट या 33 हजार वोल्ट के करंट के रूप में प्रवाहित किया जाता है.

फिर वही करंट आपके मोहल्ले के ट्रांसफार्मर पर तक पहुंचता है. जहां उसे 220 वोल्ट में बदल जाता है. जिसकी सप्लाई आपके घर तक पहुंचती है. इस पूरी प्रक्रिया में पावर सबस्टेशन एक बहुत बड़ा रोल अदा करता है.

यहां जानिए, आखिर क्यों बिछाए जाते हैं पत्थर
दरअसल, पावर सबस्टेशन में पत्थर इसलिए बिछाए जाते हैं ताकि पावर ट्रांसमिशन के दौरान फॉल्ट करंट अधिक दूरी तक ट्रैवल ना कर सके. इसके अलावा इसको बिछाने के पीछे का उद्देश्य वहां काम करने वाले कर्मियों की सुरक्षा भी होता है. क्योंकि हाई वोल्टेज ट्रांसफार्मर के आस-पास की जमीनों में भी फॉल्ट करंट रिलीज होते रहता है. ऐसे में अगर वहां काम करने वाले डायरेक्ट उसके संपर्क में आए तो उन्हें खतरा भी पहुंच सकता है.

पावर सबस्टेशन में पत्थर बिछाने का सबसे बड़ा कारण ग्राउंड पोटेंशियल राइज (जीपीआर) या स्टेप वोल्टेज और टच वोल्टेज को कम करना होता है. इसके अलावा और भी कई कारण है जैसे जमीनों पर पत्थर या गिट्टी बिछा देने से उनमें घास नहीं उगता है. बारिश के दिनों में जमीन ज्यादा समय तक गीली नहीं रहती और वहां पर जल जमाव नहीं होता है. साथ हीं पत्थर बिछा देने से चूहे जैसे छोटे जीव उसे में घर नहीं बना पाएं और ऐसा करने से पावर ट्रांसमिशन की फ्रीक्वेंसी को लगातार बरकरार रखा जा सकता है.

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