लाहौर46 मिनट पहले
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पाकिस्तान की पंजाब पुलिस ने ये वीडियो 25 फरवरी की रात 10:42 बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया।
पाकिस्तान के लाहौर में भीड़ ने एक महिला पर हमला कर दिया, क्योंकि उसके कपड़ों में कुछ अरबी शब्द लिखे थे। लोगों ने इन शब्दों को कुरान की आयतें समझ लिया। इसके बाद भीड़ महिला को जान से मारने की कोशिश करने लगी। भीड़ का कहना था कि महिला के कपड़ों में कुरान की पवित्र आयतें लिखी हैं। ये इस्लाम धर्म का मजाक है। महिला ने ईशनिंदा की है, जिसके लिए उसे मौत की सजा देनी चाहिए।
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। ASP सैयदा शहरबानो नकवी ने भीड़ से महिला को बचाया। इस घटना की जानकारी पंजाब पुलिस ने 25 फरवरी को दी है।
ASP सैयदा का कहना है कि महिला ने जो कपड़े पहने थे, उसमें अरबी के साधारण शब्द थे। इसमें आयतें नहीं लिखी थीं। हालांकि, मामला शांत होने के बाद पीड़ित महिला ने मौलवियों के सामने माफी मांगी। साथ ही कहा कि उसका इरादा किसी को नाराज करना नहीं था और आगे से वो इस तरह के कपड़े नहीं पहनेगी। वो एक सच्ची मुस्लिम है और कभी भी ईशनिंदा वाला काम नहीं करेंगी।
पीड़ित महिला ने मौलवियों के सामने माफी मांगी। साथ ही उसने कहा कि वो ऐसे ड्रेस कभी नहीं पहनेगी।
भीड़ ने महिला को घेरा और गालियां दीं
घटना लाहौर के इछरा मार्केट की है। एक रेस्टोरेंट में कुछ इस्लामिक कट्टरपंथियों ने महिला को यह पोशाक पहने हुए देखा था। इसके तुरंत बाद भारी संख्या में लोग इकट्ठा होकर महिला को घेर लिया। उसे गालियां देते हुए जान से मारने की कोशिश करने लगे।
घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें ASP सैयदा उस महिला को बचाती है। इसके लिए उसकी काफी तारीफ हो रही है।
ASP सैयदा शहरबानो नकवी ने भीड़ को शांत करके महिला को बचाया।
ASP सैयदा को वीरता पुरस्कार देने सिफारिश
ASP सैयदा शहरबानो नकवी ने कहा कि महिला ने जो कपड़े पहने थे, उसका अध्ययन किया गया। इसमें कोई इस्लामी आयत नहीं है। लोगों को केवल भ्रम हुआ था। कपड़े में अरबी के साधारण शब्द थे, जिन्हें सुंदर तरीके से डिजाइन किया गया है।
इधर, पंजाब पुलिस के आईजी डॉ. उस्मान अनवर ने महिला को बचाने के लिए ASP की सराहना की। उन्होंने कहा कि एक महिला को हिंसक भीड़ से बचाने के लिए ASP ने अपनी जान जोखिम में डाल दी। इस काम के लिए पंजाब पुलिस ने प्रतिष्ठित कायद-ए-आजम पुलिस मेडल(QPM) के लिए उनके नाम की सिफारिश की है। यह पाकिस्तान के पुलिस विभाग में सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है।
अब ड्रेस के बारे में जानिए…
लड़की ने जो ड्रेस पहना था, उसे सऊदी अरब में 2022 में रमजान के दौरान लॉन्च किया गया था। शालिक रियाद नाम के यूजर ने इंस्टाग्राम पर ड्रेस की एक तस्वीर पोस्ट की थी। उसने कैप्शन में लिखा था कि रमजान 2022 का सबसे अच्छा कलेक्शन आ गया है।
शालिक रियाद नाम के यूजर के इंस्टाग्राम पोस्ट का स्क्रीनशॉट।
सोशल मीडिया पर घटना को लेकर लोगों ने क्या कहा…
1. तनजिल नाम के एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि इस महिला को धर्म के नाम पर मार दिया गया होता, अगर ASP उसे नहीं बचाती।
2. बैरिस्टर सिड्रा नाम के यूजर ने कहा कि महिला लोगों से घिरी हुई थी, क्योंकि उसके ड्रेस पर अरबी शब्द लिखे थे। कुछ लोग इसे कुरान की आयतें कह रहे थे। वास्तव में ऐसा नहीं है। यह सिर्फ सरल अरबी शब्द हैं, धर्म से इनका कोई संबंध नहीं है।
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