पाकिस्तान में फिर बढ़ी बिजली की दर, ₹67 यूनिट हुई, तबाह होती अर्थव्यवस्था में जनता बेहाल!

भीषण आर्थिक संकट झेल रहे पाकिस्तान में हर व्यवस्था चरमराई हुई है. पहले से ही यहां महंगाई चरम पर है. खाने-पीने की हर चीज की कीमत आसमान छू रही है. अब उनके लिए एक और बुरी खरब आई है. एक बार फिर बिजली की दरों में बढ़ोतरी की गई है. यह बढ़ोतरी 3.07 रुपये प्रति यूनिट है. इस वृद्धि के बाद देश में बिजली की दरें 67 रुपये प्रति यूनिट को पार कर गई है. हालांकि, यह अधिकतम दर है. अलग-अलग श्रेणी के उपभोक्ताओं पर इसका अलग-अलग असर पड़ेगा. जैसे शून्य से 199 यूनिट मासिक बिजली खर्च करने वाले लोगों को कम बोझ पड़ेगा.

पाकिस्तान के नेशनल इलेक्ट्रिक पावर रेग्युलेटर ऑथरिटी ने गुरुवार को बिजली दर बढ़ाने को अनुमति दे दी. 3.07 रुपये प्रति यूनिट यह वृद्धि देश की सभी बिजली वितरण कंपनियों पर लागू होगी. ऑथरिटी का कहना है कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि के कारण बिजली उत्पादन का खर्च बढ़ गया है और इस कारण यह बढ़ोतरी जरूरी हो गई थी. हालांकि, इस बढ़ोतरी से कराची की जनता को अलग रखा गया है. इसके अलावा इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशनों और बेहद जरूरी सेवाओं से संबंधित बिजली कनेक्शन को अलग रखा गया है.

आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में पिछले कुछ समय से लगातार बिजली की दरें बढ़ाई जा रही हैं. अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से कर्ज लेने के कारण पाकिस्तान को घरेलू स्तर पर कई आर्थिक सुधार करने पड़े हैं. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने ये शर्ते लगाई हैं. इन्हीं शर्तों के तहत ईंधन की कीमतें भी बढ़ाई गई है. पाकिस्तान में पेट्रोल 288 रुपये और डीजल 290 रुपये लीटर है. इससे पहले अगस्त महीने भी पाकिस्तान में बिजली की दरें बढ़ाई गई थीं. रेट में ताजा वृद्धि अक्टूबर महीने से प्रभावी होगा. दिसंबर के बिजली बिल में बढ़ोतरी को पुराने डेट से समायोजित किया जाएगा.

Tags: Electricity bill

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