पाकिस्तान में चुनाव के बाद संसद का पहला सत्र आज: सांसदों की शपथ के बाद चुने जाएंगे स्पीकर; प्रधानमंत्री चुनाव का शेड्यूल जारी होगा

2 घंटे पहले

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पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं। इनमें से 265 सीटों पर 8 फरवरी को चुनाव हुए थे। - Dainik Bhaskar

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं। इनमें से 265 सीटों पर 8 फरवरी को चुनाव हुए थे।

पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए आम चुनाव के बाद आज (29 फरवरी को) संसद का पहला सत्र शुरू होगा। इस दौरान सबसे पहले नए सांसद पद की शपथ लेंगे। इसके बाद सीक्रेट बैलट के जरिए सदन के स्पीकर का चुनाव होगा। नतीजे घोषित होने के बाद स्पीकर डिप्टी स्पीकर के चुनाव की घोषणा करेंगे। इनके चुने जाने के बाद पाकिस्तान की संसद में प्रधानमंत्री चुनने का शेड्यूल जारी होगा।

द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, यह चुनाव आम तौर पर स्पीकर चुने जाने के 1-2 दिन बाद होता है। पाकिस्तान के आम चुनावों में धर्म के आधार पर भेदभाव के बिना कोई भी शख्स चुनाव लड़ सकता है। हालांकि सिर्फ एक मुस्लिम सांसद ही पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बन सकता है।

20 फरवरी को नवाज और बिलावल की पार्टी में गठबंधन सरकार बनाने पर सहमति हुई थी। तब बिलावल ने कहा था- शाहबाज शरीफ प्रधानमंत्री और आसिफ अली जरदारी प्रेसिडेंट होंगे।

20 फरवरी को नवाज और बिलावल की पार्टी में गठबंधन सरकार बनाने पर सहमति हुई थी। तब बिलावल ने कहा था- शाहबाज शरीफ प्रधानमंत्री और आसिफ अली जरदारी प्रेसिडेंट होंगे।

पाकिस्तान की संसद में कैसे चुने जाते हैं प्रधानमंत्री
नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री के चुनाव से पहले 5 मिनट तक घंटी बजाई जाती है। इसका मकसद सभी सांसदों को चुनाव की जानकारी देना होता है। चुनाव शुरू होते ही नेशनल असेंबली के दरवाजे बंद हो जाते हैं। कोई भी शख्स सदन के अंदर या बाहर नहीं जा सकता। PM चुने जाने के लिए उम्मीदवार के पास 336 में से 169 सांसदों के वोट होना जरूरी होता है।

पाकिस्तानी मीडिया ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक शाहबाज शरीफ नए प्रधानमंत्री होंगे। दरअसल, 8 फरवरी के चुनाव में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत (134 सीट) नहीं मिला था। इसके बाद नवाज की पार्टी PML-N और बिलावल की पार्टी PPP ने गठबंधन सरकार बनाने पर सहमति जताई थी।

पिछले हफ्ते बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा था- एक बार फिर शाहबाज शरीफ प्रधानमंत्री होंगे। आसिफ अली जरदारी प्रेसिडेंट पद संभालेंगे। ‘डॉन’ के मुताबिक संविधान की धारा 91(2) के तहत राष्ट्रपति को चुनाव नतीजों की आधिकारिक घोषणा या इसकी अधिसूचना जारी होने के 21 दिनों के अंदर नेशनल असेंबली का सत्र बुलाना होता है।

PTI बोली- रिजर्व्ड सीटें अब भी खाली, संसद सत्र बुलाना अवैध
इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के चेयरमैन गौहर खान का कहना है कि रिजर्व्ड सीटों के आवंटन के बिना संसद सत्र बुलाना अवैध है। पाकिस्तानी मीडिया ‘डॉन’ के मुताबिक सुन्नी इत्तिहाद काउंसिल (SIC) इन सीटों की मांग कर रही है। हालांकि इलेक्शन कमीशन ने SIC को आरक्षित सीटों के आवंटन पर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की है।

इसकी वजह है- PTI-SIC का गठबंधन। दरअसल, इमरान की पार्टी के कैंडिडेट्स निर्दलीय लड़े। नतीजे आने के बाद इन्होंने सुन्नी इत्तिहाद काउंसिल (SIC) से समझौता कर लिया क्योंकि यह गठबंधन चुनाव के बाद का है, लिहाजा SIC संवैधानिक तौर पर रिजर्व सीटों की हकदार नहीं है।

19 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस में PTI लीडर ने चुनाव में जीते निर्दलीयों के SIC पार्टी में शामिल होने की घोषणा की थी।

19 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस में PTI लीडर ने चुनाव में जीते निर्दलीयों के SIC पार्टी में शामिल होने की घोषणा की थी।

सरकार बनाने के लिए PTI समर्थक निर्दलीयों को किसी पार्टी का हिस्सा होना जरूरी था
दरअसल, सरकार बनाने की दावेदारी पेश करने के लिए इमरान के निर्दलीयों को किसी पार्टी या गठबंधन का हिस्सा होना पड़ता। ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव से पहले इलेक्शन कमीशन ने खान की पार्टी पर बैन लगा दिया था। खान को भी अयोग्य घोषित कर दिया था।

PTI के चेयरमैन गौहर खान ने 19 फरवरी को कहा था- केंद्र में 70 और पूरे देश में 227 रिजर्व सीटें हैं। ये सीटें सिर्फ राजनीतिक पार्टियों को ही दी जाती हैं। अपने हक की रिजर्व सीटों को बचाने के लिए हमने SIC में शामिल होने का फैसला किया।

चुनाव के बाद से पाकिस्तान में क्या-क्या हुआ…

8 फरवरी : धमाकों, गोलीबारी के बीच सुबह 8:30 बजे वोटिंग शुरू हुई, जो शाम 5:30 बजे तक चली। वोटिंग खत्म होते ही मतों की गिनती शुरू हुई। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं। इनमें से 265 सीटों पर चुनाव हुए। एक सीट पर चुनाव टाल दिए गए हैं। बाकी सीटें रिजर्व हैं। पाकिस्तान में मुख्य रूप से 3 पार्टियों के बीच मुकाबला रहा। इनमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI), और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) शामिल रहीं।

फुटेज 8 फरवरी का है। इसमें नकाबपोश कराची के पोलिंग स्टेशन से बैलट पेपर लेकर भागते दिख रहे हैं।

फुटेज 8 फरवरी का है। इसमें नकाबपोश कराची के पोलिंग स्टेशन से बैलट पेपर लेकर भागते दिख रहे हैं।

9 फरवरी : चुनाव आयोग ने 18 घंटे की देरी के बाद आधिकारिक नतीजे घोषित करने शुरू किए। PTI ने दावा किया कि इमरान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा सीटें मिलीं। नतीजों की घोषणा में देरी को लेकर PTI समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किए।

10 फरवरी : नवाज की पार्टी PML-N और बिलावल की पार्टी PPP पूरे नतीजे आने के पहले ही गठबंधन की तैयारियों में जुट गई। सरकार बनाने के लिए बिलावल ने कुछ शर्तें रखीं। इस पर नवाज की पार्टी सहमत नहीं हुई।

11 फरवरी : वोटिंग के 67 घंटों बाद सभी सीटों के नतीजे घोषित हुए। इमरान समर्थकों ने चुनाव में धांधली के आरोप लगाए। कहा- लोगों के जनादेश चोरी हो रहे हैं। इमरान समर्थक निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे ज्यादा 93 सीटें जीतीं।

13 फरवरी : इमरान खान ने गठबंधन से इनकार किया। कहा- सरकार बनाने के लिए हम PML-N, PPP या MQM से बात नहीं करेंगे। देशभर में PTI का विरोध प्रदर्शन बढ़ा।

15 फरवरी : इमरान खान की पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के लिए उमर अयूब को नॉमिनेट किया। ये PTI के जनरल सेक्रेटरी और पूर्व राष्ट्रपति अयूब खान के पोते हैं। अयूब खान वही राष्ट्रपति हैं, जिनके कार्यकाल के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच 1965 की जंग हुई थी।

तस्वीर PTI के जनरल सेक्रेटरी उमर अयूब की है, जिन्हें PTI ने PM पद के लिए उम्मीदवार चुना है।

तस्वीर PTI के जनरल सेक्रेटरी उमर अयूब की है, जिन्हें PTI ने PM पद के लिए उम्मीदवार चुना है।

19 फरवरी : रिजर्व सीटें अपने नाम करने इमरान समर्थक निर्दलियों ने पाकिस्तान की धार्मिक पार्टी सुन्नी इत्तिहाद काउंसिल (SIC) में शामिल होने का फैसला किया। चुनाव में इस पार्टी ने केवल 1 सीट पर जीत दर्ज की थी।

20 फरवरी : सरकार बनाने के लिए नवाज की पार्टी PML-N और बिलावल की पार्टी PPP गठबंधन को तैयार हुईं। दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की शर्तों पर सहमति बनी।

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