पाकिस्तान में चुनाव आज, नवाज शरीफ या इमरान खान..किसके हाथ होगी सत्ता की चाबी

पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए आज को मतदान होगा. माना जा रहा है कि दौड़ में सबसे आगे चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सेना का समर्थन प्राप्त है. 74 वर्षीय शरीफ की नजर रिकॉर्ड चौथी बार प्रधानमंत्री बनने पर होगी. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के जेल में होने के कारण, नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है.

इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार निर्दलीय के रूप से चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट ‘बल्ला’ से वंचित करने संबंधी निर्वाचन आयोग के फैसले को बरकरार रखा है.

आज हो रहे मुकाबले में बिलावल भुट्टो-जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) भी शामिल है. बिलावल भुट्टो-जरदारी को पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया है.

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इस बीच, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ‘पीटीआई’ ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान में चुनावों में अपनी पसंद की सरकार बनाने के लिए राजनीतिक सांठगांठ की जा रही है. पीटीआई के प्रवक्ता रऊफ हसन ने बताया कि चुनावों में इमरान खान की पार्टी को चुनाव जीतने से रोकने के लिए राजनीतिक सांठगांठ की जा रही है.

नवाज शरीफ दमदार दावेदार
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख नवाज शरीफ एक राजनीतिक दिग्गज हैं. इन चुनावों में नवाज शरीफ के सितारे बुलंद दिखाई दे रहे हैं. नवाज के चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद है. नवाज शरीफ को अपनी संपत्ति और प्रभाव के बावजूद, कई बार जेल और निर्वासन का सामना करना पड़ा है.आर्थिक उदारीकरण और मुक्त बाजार के समर्थक, नवाज शरीफ ने भारत के साथ संबंध सुधारने में भी गहरी रुचि व्यक्त की है. उनकी पार्टी का घोषणापत्र भारत के लिए ‘शांति का संदेश’ देने का वादा करता है.

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इमरान खान को 2022 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था. भ्रष्टाचार के मामले में वह अभी जेल में बंद हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के माध्यम से एक दुर्जेय ताकत बने हुए हैं. सेना के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद इमरान खान की पार्टी अभी भी चुनावों में बड़ा असर डाल सकती है.

राजनीतिक उत्तराधिकारी बिलावल भुट्टो-जरदारी
भुट्टो राजवंश के वंशज और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के 35 वर्षीय नेता बिलावल भुट्टो-जरदारी एक समृद्ध राजनीतिक विरासत के साथ चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल को त्रासदी और सत्ता संघर्षों से भरा पारिवारिक इतिहास विरासत में मिला है.

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
आम चुनाव से ठीक एक दिन पहले पाकिस्तान में हिंसा की घटनाएं भी हुईं. बलूचिस्तान प्रांत में चुनाव कार्यालयों को निशाना बनाकर किए गए दो बम विस्फोटों में कम से कम 30 लोग मारे गए और 40 से अधिक घायल हो गए. पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने चुनाव कराने के लिए पिछले साल दिसंबर में एक कार्यक्रम जारी किया था और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बावजूद चुनाव प्रक्रिया को बरकरार रखा था. किसी भी प्रकार की हिंसा को देखते हुए चुनाव के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पाकिस्तान में चुनाव के लिए लगभग साढ़े छह लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. इनमें पुलिस, नागरिक सशस्त्र बल और सशस्त्र बल के जवान शामिल हैं।

5,121 उम्मीदवार मैदान में
पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए मतदान सुबह आठ बजे शुरू होकर और शाम पांच बजे तक जारी रहेगा. इस चुनाव में 12.85 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता मतदान करेंगें. पाकिस्तान निर्वाचन आयोग- ईसीपी के अनुसार पूरे देश से 5,121 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इनमें से 4,807 पुरुष, 312 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं. चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 12,695 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 12,123 पुरुष, 570 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं.

आयोग के आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में सबसे अधिक 7,32,07,896 पंजीकृत मतदाता हैं, इसके बाद सिंध में 2,69,94,769, खैबर पख्तूनख्वा में 2,19,28,119, बलूचिस्तान में 53,71,947 और राजधानी इस्लामाबाद में 10,83,029 मतदाता हैं. चुनाव आयोग ने देशभर में 9,07,675 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं.

Tags: Imran khan, Nawaz sharif, Pakistan news

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