पाकिस्‍तान का हाल बेहाल, अब जीवनरक्षक दवाओं की हुई किल्लत, ईरान से मांगी मदद

इस्लामाबाद. विदेशी मुद्रा की बड़ी कमी से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) में बीते 6 महीनों से जीवन रक्षक दवाओं की भारी कमी है और उसका हेल्‍थ सर्विस अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. सामान्‍य दवाओं तक की कमी हो गई है. पाकिस्‍तान में दवाएं और स्‍थानीय स्‍तर पर दवा बनाने के लिए जरूरी कच्‍चा माल दोनों की कमी है. अब पाकिस्‍तान ने ईरान से मदद की गुहार लगाई है ताकि लोगों को कम से कम जीवन रक्षक दवाएं तो मुहैया हो.

खबरों में कहा गया है कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) मंत्री डॉ. नदीम जान और ईरान के राजदूत रेजा अमीरी-मोघदाम के बीच बैठक हुई है. इसमें ईरान से दवाएं उपलब्‍ध कराने की गुजारिश की गई है. पाकिस्‍तान के न्यूजपेपर डॉन में कहा गया है कि ईरान से हेल्‍थ सेक्‍टर के लिए सहयोग मांगा गया है ताकि लोगों को समय पर दवाएं मिल सकें. पाकिस्‍तान के मंत्री डॉ. नदीम जान ने कहा है कि ईरान से हमारे पुराने संबंध हैं; उनसे मदद मांगी गई है. हमें उम्‍मीद है कि वे हमें दवाओं की पूर्ति करेंगे. ईरान का हेल्‍थ सिस्‍टम मजबूत है. ईरान के अनुभवों का पाकिस्‍तान को भी फायदा मिलेगा.

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दवाओं की कमी को लेकर हाहाकार
पाकिस्तान में न केवल दवाओं की कमी को लेकर हाहाकार मच गया है, बल्कि उसका खजाना तक खाली हो गया है. पाकिस्तान में लाइफ सेविंग ड्रग्स यानी जीवन रक्षक दवाओं की किल्लत हो चुकी है. पाकिस्तान में  स्थिति इतनी बदतर हो गई है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए इंसुलिन तक मिलना मुश्किल हो गया है. दवाओं की कमी की वजह से हाहाकार मच गया है. पाकिस्तान में जो दवाएं मौजूद हैं, उनकी एक तरह से कालाबाजारी हो रही है. दवा दोगुनी कीमत पर बिक रही है. इतना ही नहीं, मार्केट में घटिया स्तर की दवाओं की भी भारमार हो चुकी है. पाकिस्तानी फार्मा इंडस्ट्री का कहना है कि अगर जल्द ही मेडिसिन अथवा इसके रॉय मैटेरियल का इम्पोर्ट शुरू नहीं किया गया तो पाकिस्तान में हालात बेहत खराब हो सकते हैं और दवा के लिए चारों ओर हाहाकार मच जाएगा.

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पेट्रोल की कीमत तीन सौ रुपये के पार
सरकार ने इस सप्ताह पहली बार पेट्रोल की कीमत तीन सौ रुपये प्रति लीटर की सीमा से अधिक बढ़ा दी है. डॉलर के मुकाबले यह विनिमय दर देश के 76 साल के इतिहास में सबसे कम है. इस बीच, ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त में साल-दर-साल मुद्रास्फीति 27.4 प्रतिशत थी, जिसमें जुलाई में मोटर ईंधन बिल आठ प्रतिशत बढ़ा था.

Tags: Iran, Medicine, Pakistan

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