पाकिस्तानी लड़की का IQ अल्बर्ट आइंस्टीन से भी अधिक, UK में बनाया अनोखा रिकार्ड

Pakistani Girl Mahnoor Cheema: पाकिस्तान की एक लड़की इन दिनों चर्चा में है। कहा जा रहा है कि इस लड़की का आईक्यू लेवल अल्बर्ट आइंस्टीन से भी अधिक है। इस लड़की ने ब्रिटेन की परीक्षा में नया कीर्तिमान हासिल किया। मामले की जानकारी के बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़, नवाज़ शरीफ़ ने लड़की से मुलाकात की।

दरअसल, लंदन में रहने वाली पाकिस्तानी लड़की महनूर चीमा ने जनरल सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (GCSE) स्तर पर 34 विषयों में शीर्ष ग्रेड हासिल किया है, जो रिकॉर्ड है। 16 साल की ब्रिटिश-पाकिस्तानी छात्रा महनूर चीमा ने यूके और यूरोपीय संघ के इतिहास में किसी भी छात्र की ओर से लिए गए GCSE विषयों में सबसे अधिक संख्या में परीक्षा दी है।

महनूर को उनकी उपलब्धि पर बधाई देते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि महनूर चीमा जैसी प्रतिभाशाली बच्ची से मिलना हमेशा बहुत उत्साहजनक होता है। गणित और खगोल विज्ञान (Astronomy) से लेकर फ्रेंच और लैटिन तक कई विषयों में A* हासिल किया है। बता दें कि यूके में कई कॉलेजों और यूनिवर्सिटी को न्यूनतम 5 GCSE या उससे ऊपर की आवश्यकता होती है। औसत छात्र आठ GCSE लेता है, लेकिन महनूर की इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प ने उसे इस संख्या को चौगुना करने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि पिछले दशक के दौरान मैंने कई प्रतिभाशाली छात्रों को देखा है। इनमें डेनिश स्कूल के इनाम उल्लाह से लेकर मलाला तक शामिल हैं। शहबाज शरीफ ने कहा कि ये असाधारण सफलता की कहानियां निश्चित रूप से पाकिस्तानियों को आगे बढ़ने और अपने सपनों को हासिल करने के लिए प्रेरित करेंगी।

कौन हैं महनूर चीमा?

मनहूर चीमा के पिता बैरिस्टर उस्मान चीमा और तैय्यबा चीमा लाहौर के रहने वाले हैं। महनूर की शैक्षणिक यात्रा 2006 में उनके परिवार के यूके चले जाने से पहले लाहौर के एक निजी स्कूल में शुरू हुई थी। इसके बाद वेस्ट लंदन के लैंगली ग्रामर स्कूल में उनका एडमिशन कराया गया।

शैक्षणिक क्षमता के अलावा, महनूर अपने आईक्यू लेवल के लिए भी जानी जाती हैं। उनका आईक्यू 161 है, जो अल्बर्ट आइंस्टीन के 160 के आईक्यू से अधिक है। इसके अतिरिक्त, महनूर चीमा ने एसोसिएटेड बोर्ड ऑफ द रॉयल स्कूल्स ऑफ म्यूजिक (ABRMS) प्रमाणपत्र भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और वह ब्रिटेन में संगीत डिप्लोमा हासिल करने वाली सबसे कम उम्र की व्यक्तियों में से एक बन गई हैं।

महनूर का लक्ष्य ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई करना है। उन्होंने 15 साल की उम्र में यूनिवर्सिटी क्लिनिकल एप्टीट्यूड टेस्ट (UCAT) और बायोमेडिकल एडमिशन टेस्ट (BMAT) में 99वां परसेंटाइल स्कोर करके इस क्षेत्र में पहले ही अपनी संभावनाएं दिखा दी हैं।



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