आरोपियों के खिलाफ इंडियन आयल प्रबंधन की ओर से पुलिस को शिकायत दी गई थी. इस पर द्वारका सेक्टर 23 थाने में केस दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को दबोच लिया. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ करके उसके बाकी साथियों की तलाश कर रही है.
पाइपलाइन में पोचनपुर गांव के आसपास तेल का दबाव कम था
द्वारका के डीसीपी एम हर्षवर्धन के मुताबिक इंडियन आयल प्रबंधन ने पाइपलाइन के निरीक्षण के दौरान पाया कि पाइपलाइन में पोचनपुर गांव के आसपास से प्रवाहित हो रहे तेल का दबाव कम हो रहा है. इससे अंदाजा लगाया गया कि तेल का कहीं न कहीं रिसाव हो रहा है. इसके बाद चोरी की आशंका जताते हुए पुलिस को शिकायत दी गई थी.
पुलिस ने खुदाई की तो पाइपलाइन में सुराख मिले
पुलिस ने शिकायत दर्ज करके मामले की जांच शुरू की. पाइपलाइन में जिस जगह से चोरी की बात इंडियन आयल कर्मियों ने पुलिस को बताई, उस जगह पुलिस टीम ने खुदाई की. पुलिस ने पाया कि मुख्य पाइपलाइन में कई जगह सुराख किए गए थे. इस पाइपलाइन को एक वाल्व द्वारा प्लास्टिक की पाइपलाइन से जोड़ा गया था.
तेल निकालने के लिए प्लास्टिक की पाइपलाइन
छानबीन के दौरान पुलिस ने पाया कि मुख्य पाइपलाइन तक पहुंचने के लिए आरोपियों ने करीब 40 मीटर लंबी सुरंग खोदी थी. इस सुरंग से प्लास्टिक की पाइपलाइन गुजरती थी. प्लास्टिक की पाइपलाइन के माध्यम से ही तेल आरोपियों तक पहुंचता था. चालीस मीटर की लंबाई वाले हिस्से के प्लाट का मालिक राकेश नाम का शख्स है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
अभी तक की छानबीन में पता चला है कि आरोपी रात में पाइपलाइन से तेल निकालकर उसे छोटे-छोटे ड्रमों में भरते थे. बड़े ड्रमों का इस्तेमाल इसलिए नहीं होता था, ताकि किसी को शक न हो. पुलिस के अनुसार पाइपलाइन में कम दबाव की शिकायत 14 सितंबर से सामने आई, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि तेल चोरी का काम बहुत लंबे समय से नहीं हो रहा था. कुछ ही समय पहले चोरी की शुरुआत हुई थी.
राकेश की गिरफ्तारी के बाद उससे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस अब इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है. पुलिस के अनुसार आरोपी तेल किन्हें और किस कीमत पर बेचते थे, इसका पता लगाया जा रहा है.
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