पहले सत्येंद्र जैन, फिर मनीष सिसोदिया और अब संजय सिंह…16 माह में केंद्रीय एजेंसी के चंगुल में फंस गए AAP के 3 दिग्गज नेता

नई दिल्ली: दिल्ली शराब घोटाला मामले में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया. करीब 10.30 घंटे की पूछताछ के बाद संजय सिंह को उनके दिल्ली स्थित आवास पर ईडी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया. गौरतलब है कि मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन के बाद संजय सिंह आम आदमी पार्टी के ऐसे तीसरे प्रमुख नेता हैं, जिन्हें केंद्रीय एजेंसी ने गिरफ्तार किया है. संजय सिंह की तरह ही दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी इसी शराब नीति घोटाले में गिरफ्तार हुए थे और वह फिलहाल जेल में बंद हैं. मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले में उनकी कथित भूमिका के लिए पहली बार 26 फरवरी, 2023 को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्हें इसी मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था.

इसी तरह आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन को भी पिछले साल मई में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था. वह फिलहाल मेडिकल के आधार पर जमानत पर हैं. जैन की 21 जुलाई को सर्जरी हुई है और सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जमानत की अवधि को बढ़ा दिया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में बुधवार सुबह आप नेता संजय सिंह के आवास पर छापा मारा. इतना ही नहीं, संजय सिंह के दो करीबी सहयोगियों के परिसरों पर भी ईडी की छापेमारी हुई और लंबी पूछताछ के बाद बुधवार शाम में संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया. 16 माह के भीतर सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया के बाद संजय सिंह के रूप में यह तीसरी गिरफ्तारी है.

Sanjay Singh News: कौन है वह शख्स, जिसकी गवाही ने करवा दी संजय सिंह की गिरफ्तारी, ED की चार्जशीट में क्या-क्या है?

संजय सिंह पर क्या हैं आरोप?
दरअसल, मामला उन आरोपों से जुड़ा है, जिसमें कहा गया कि संजय सिंह और उनके सहयोगियों ने 2020 में शराब की दुकानों और व्यापारियों को लाइसेंस देने के दिल्ली सरकार के फैसले में भूमिका निभाई, जिससे राज्य के खजाने को नुकसान हुआ और भ्रष्टाचार विरोधी कानूनों का उल्लंघन हुआ. ईडी ने पहले संजय सिंह के करीबी सहयोगी अजीत त्यागी और अन्य ठेकेदारों और व्यापारियों के घरों और कार्यालयों सहित कई स्थानों की तलाशी ली, जिन्हें कथित तौर पर पॉलिसी से लाभ हुआ था. ईडी ने अपने करीब 270 पेज के सप्लीमेंट्री चार्जशीट में इस मामले में मनीष सिसोदिया को मुख्य साजिशकर्ता बताया है.

मनीष सिसोदिया के खिलाफ भी चार्जशीट
दिल्ली शराब घोटाला मामला या दिल्ली आबकारी नीति मामला इस आरोप से संबंधित है कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार की 2021-22 के लिए उत्पाद शुल्क नीति ने गुटबंदी की अनुमति दी और कुछ डीलरों का पक्ष लिया, जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी. हालांकि, इस आरोप का आम आदमी पार्टी ने अब तक दृढ़ता से खंडन किया है. ईडी ने अब तक इस मामले में पांच आरोपपत्र दाखिल किए हैं, जिनमें मनीष सिसोदिया के खिलाफ भी आरोप पत्र शामिल हैं. इस शराब घोटाला मामले में पहली चार्जशीट ईडी ने पिछले साल दाखिल की थी. ईडी ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल की सिफारिश पर दर्ज किए गए सीबीआई मामले का संज्ञान लेने के बाद उसने प्राथमिकी दर्ज किया और उसके बाद उसने अब तक इस मामले में 200 से अधिक तलाशी अभियान चलाए हैं.

संजय सिंह को ED ने आबकारी घोटाले में किया गिरफ्तार, AAP सांसद से हुई 10.30 घंटे की पूछताछ

मुख्य सचिव की रिपोर्ट के निष्कर्ष पर एक्शन
दरअसल, जुलाई में दायर दिल्ली के मुख्य सचिव की रिपोर्ट के निष्कर्षों पर सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी, जिसमें प्रथम दृष्टया जीएनसीटीडी अधिनियम 1991, ट्रांजेक्शन ऑफ बिजनेस रूल्स (टीओबीआर) -1993, दिल्ली उत्पाद शुल्क अधिनियम -2009 और दिल्ली उत्पाद शुल्क नियम -2010 का उल्लंघन पाया गया था. ईडी और सीबीआई ने आरोप लगाया था कि उत्पाद शुल्क नीति को संशोधित करते समय अनियमितताएं की गईं, लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ दिया गया, लाइसेंस शुल्क माफ कर दिया गया या कम कर दिया गया और सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना एल-1 लाइसेंस पास किया गया. आरोपों के मुताबिक, इस कथित घोटाले से सरकारी खजाने को 144.36 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में गिरफ्तार हैं सत्येंद्र जैन
इसी तरह, आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन को भी ईडी ने 30 मई, 2022 को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था. ईडी का मामला सीबीआई की दर्ज शिकायत पर आधारित है. इस आरोप पर कि सत्येन्द्र जैन ने 14 फरवरी, 2015 से 31 मई, 2017 तक विभिन्न व्यक्तियों के नाम पर चल संपत्ति अर्जित की, जिसका वह संतोषजनक हिसाब नहीं दे सके. 26 मई, 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सत्येंद्र जैन को छह सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत दे दी, लेकिन मीडिया से बात न करने और न ही बिना अनुमति के दिल्ली छोड़ने सहित कई शर्तें लगाईं. 25 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने चिकित्सा आधार पर सत्येन्द्र जैन को दी गई अंतरिम जमानत को 8 अक्टूबर तक बढ़ा दिया.

Tags: AAP leader Sanjay Singh, Delhi liquor scam, Manish sisodia, Sanjay singh, Satyendra jain

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *