शादाब चौधरी/ मंदसौर. रुकावट आती है सफलता की राहों में ये कौन नहीं जानता, फिर भी वह मंजिल पा ही लेता है जो हार नहीं मानता. कुछ ऐसी ही कहानी मंदसौर जिले के छोटे से कस्बे मोहम्मदपुरा के रहने वाले 45 वर्षीय किसान बालमुकुंद माली की है. पहले बालमुकुंद की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी और खेतों में पानी की कमी के चलते वह पर्याप्त उत्पादन नहीं कर पाते थे, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार से मिली मदद के बाद अब वह न सिर्फ खेतों में पानी प्रचुर मात्रा में पहुंचा पा रहे हैं बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति में भी काफी सुधार हुआ है.
बता दें कि बालमुकुंद के पास 2 बीघा जमीन है, जिसमें वह बरसों से फूलों की खेती करते आ रहे हैं. एक समय में पुराने जमाने की परंपरागत खेती किया करते थे. खेतों में पानी पहुंचाने के लिए कुएं में पाइप डालकर मोटर के सहारे फसलों की जड़ों तक पानी पहुंचाते थे. इससे पानी अधिक मात्रा में इस्तेमाल होता था, तो वहीं फसलों की पैदावार भी कम होती थी. इस वजह से उन्हें घर चलाने में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था.
एमपी सरकार की इस योजना से बदली किस्मत
बालमुकुंद ने साल 2022 से मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही उद्यानिकी विभाग योजना की मदद से ड्रिप और स्पिनर खरीद लिए. अब ड्रिप और स्पिनर का इस्तेमाल कर खेतों में पानी पहुंचने से ना सिर्फ फूलों की पैदावार अच्छी हुई है बल्कि बालमुकुंद आर्थिक रूप से सशक्त हो गए हैं. अब वह अपने परिवार का भरण पोषण भी अच्छे से कर पा रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 15, 2023, 13:03 IST