सत्यम कुमार/भागलपुर : भागलपुर कतरनी धान व जर्दालू आम के लिए काफी मशहूर है. वहीं अगर कहलगांव क्षेत्र की बात करें तो धान की उपज काफी होती है. लेकिन अब धीरे-धीरे लोग ट्रेडिशनल खेती में उतरने लगे हैं. वहीं भागलपुर के कहलगांव के रहने वाले अवध बिहारी पांडे ने एक एकड़ में मौसंबी की खेती की है. जब इसको लेकर जब अवध बिहारी पांडे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमने केवीके से इसकी ट्रेनिंग ली थी. वहीं पर ममता ने मुझे मौसमी खेती करने की सलाह दी थी. तभी पौधा मंगाया गया. मन में नाकुर नुकुर होते हुए भी इसको शुरू किया. लेकिन अब इससे मुनाफा हो रहा है.
पहले मन में थी हिचकिचाहट
पहले मन में हिचकिचाहट भी हुई कि अगर पौधे को लगाते हैं तो कहीं अनसक्सेस ना कर जाए. लेकिन हौसला रखकर पौधे को लगाया और धीरे-धीरे अब इसका फलन होने लगा. इससे अच्छा मुनाफा हो जाता है. उन्होंने बताया कि जब एक एकड़ में धान की खेती करते थे तो लाख रुपया बच जाता था. वही काफी है. लेकिन मौसंबी की खेती में 3 लाख से अधिक का मुनाफा सीजन में हो जाता है.
साल में दो बार जरूर तोड़ सकते हैं फल
इसको लेकर जब KVK के प्रशिक्षक ममता कुमारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमलोग किसानों को कुछ अलग करने की प्रेरणा देते हैं. ट्रेनिंग भी लगातार केवीके में चलाते रहती है. तो इन किसानों ने अपनी इच्छा जाहिर की. तो सोचा कि क्यों नहीं इस इलाके में भी मौसंबी की खेती होनी चाहिए. मौसंबी एक ऐसा फल है. जिसकी बिक्री सालों भर होती है. अगर हम इसकी अच्छे से देखभाल करें तो साल में दो बार जरूर फल को तोड़ सकते हैं. इसलिए इसकी खेती में अच्छा मुनाफा है. पहले लोग इसकी खेती करने से डरते थे. लेकिन अब धीरे-धीरे किसान जागरूक हो रहे हैं. इसकी खेती की ओर अग्रसर भी हो रहा है.
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FIRST PUBLISHED : December 13, 2023, 17:36 IST