देश की पहली महिला जासूस नीरा आर्य के स्मारक एवं पुस्तकालय का लोकार्पण किया गया. नीरा आर्य आजाद हिन्द फौज में रानी झांसी रेजिमेंट की सिपाही रही थीं. नीरा आर्य के जन्म स्थान बागपत के खेकड़ा की पट्टी गिरधरपुर में बने स्मारक और पुस्तकालय की स्थापना साहित्यकार तेजपाल सिंह धामा और मधु धामा ने की है. इसका लोकार्पण चाणक्य फेम प्रख्यात फिल्म निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने किया.
पुस्तकालय में सामाजिक, धार्मिक, ऐतिहासिक पुस्तकों के साथ-साथ साहित्य और ऐतिहासिक महत्व की पत्रिकाओं के दुर्लभ अंक संग्रहित किए गए हैं. ऐसी 16 पुस्तकें भी पुस्तकालय में हैं, जिनमें नीरा आर्य के जीवन के अनेक प्रसंग दिए गए हैं. पुस्तकालय में बागपत जिले के सभी 300 से अधिक स्वतंत्रता सेनानियों के चित्र और आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को दर्शाने वाली तस्वीरें लगाई गई हैं. गोबिंद बल्लभ पंत, मैथिलीशरण गुप्त, हरिवंश राय बच्चन, पंडितन जवाहरलाल नेहरू और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के हाथ के लिखे हुए कई मूल पत्र भी पुस्तकालय में रखे गए हैं. इस स्थान को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करने वाले छात्रों के साथ-साथ आम पाठकों और शोधार्थियों के लिए भी उपयोगी बनाया गया है.
नीरा आर्य के जीवन पर बॉलीवुड में एक फिल्म का निर्माण भी किया जा रहा है. इस फिल्म के निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी को चाणक्य टेलीविजन धारावाहिक के निर्देशक एवं अभिनेता के रूप में सर्वाधिक जाना जाता है. उपनिषद गंगा भी इनका लोकप्रिय धारावाहिक रहा. इसके अलावा पिंजर, जेड प्लस, मोहल्ला अस्सी, सम्राट पृथ्वीराज जैसी फिल्मों का इन्होंने कुशल निर्देशन किया है. रामसेतु और ओएमजी-2 में ये क्रिएटिव प्रोड्यूसर रहे हैं. नीरा आर्य फिल्म के निर्माता विशाल त्यागी बॉलीवुड में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं.
नीरा आर्य का जन्म 5 मार्च, 1902 को तत्कालीन संयुक्त प्रांत के खेकड़ा नगर में हुआ था. वर्तमान में खेकड़ा उत्तर प्रदेश के बागपत जिले का एक शहर है. इनकी शादी ब्रिटिश भारत में सीआईडी इंस्पेक्टर श्रीकांत जयरंजन दास के संग हुई थी. श्रीकांत जयरंजन दास अंग्रेज भक्त अधिकारी था. नीरा आर्य ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जान बचाने के लिए अंग्रेजी सेना में अफसर अपने पति श्रीकांत जयरंजन दास की हत्या कर दी थी. पति को मारने के कारण ही नेताजी ने उन्हें ‘नागिनी’ कहा था. आजाद हिन्द फौज के समर्पण के बाद जब मुकदमा चला तो सभी बंदी सैनिकों को छोड़ दिया गया लेकिन पति की हत्या के आरोप में नीरा आर्य को काला पानी की सजा हुई, जहां इन्हें घोर यातनाएं दी गईं.
कार्यक्रम में रामचंद्र वैदिक गुरुकुल के कुलपति स्वामी महेश योगी को नीरा आर्य सम्मान से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर रामचंद्र वैदिक गुरुकुल की संरक्षक गरिमा गोयल, वरिष्ठ पत्रकार संगीता अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष बागपत ममता किशोर, प्रसिद्ध लेखक बलवीर सिंह करुण, कृषि वैज्ञानिक डॉ. यशपाल सिंह, छपरौली के विधायक डॉ. अजय कुमार, पूर्व विधायक डॉ. अजय तोमर, पूर्व राज्यमंत्री डॉ. कुलदीप उज्जवल, डॉ. जगपाल सिंह तेवतिया, प्रख्यात लेखक रमाकान्त शर्मा उद्भ्रांत, चिकित्सक एवं समाजसेवी डॉ. राघवेंद्र आदि उपस्थित थे.
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FIRST PUBLISHED : January 28, 2024, 18:26 IST