शशिकांत ओझा/पलामू. जहां आस्था की बात होती है वहां पौराणिक मान्यताएं और कथाएं उभर कर सामने आती है. इन्हीं मान्यता और कथा से जुड़ा है पलामू में खैरा राज बाबा के नाम से एक स्थान है. यह आस्था का केंद्र पलामू जिला मुख्यालय डाल्टनगंज से 75 किलोमीटर की दूरी पर पांडू प्रखंड के डाला, झरना ग्राम में मौजूद है. 1000 फिट से भी अधिक ऊंची खैरा पर्वत पर खैरा राज बाबा स्थित है. इसके साथ-साथ एक शिवलिंग भी स्थापित है. जिनकी पूजा सावन के महीने में की जाती है.
खैरांचल के नाम से प्रसिद्ध पांडू और उंटारी प्रखंड एक प्रखंड था. उस जमाने से भी पहले की कहानी इस देव स्थल की है. मान्यता है की खैरांचल क्षेत्र में खैरा पहाड़ पर विराजमान खैरा राज बाबा की पूजा सदियों से बैगा समुदाय और ब्राह्मण समुदाय के लोग किया करते थे. धीरे-धीरे स्थानीय लोगों के लिए यह स्थल देव स्थल बन गया. इस स्थल पर 40 वर्ष पूर्व स्थानीय निवासी नरेश सिंह के द्वारा शिवलिंग की स्थापना कराई गई. जिसके बाद से उस स्थल के प्रति रुचि लोगों की और बढऩे लगी. सावन के मौके पर इस स्थल पर श्रद्धालुओं द्वारा श्रद्धा भक्ति के साथ पूजा की जाती है.
40 वर्ष पहले हुई थी शिवलिंग की स्थापना
स्थानीय निवासी प्रमुख प्रतिनिधि चिंटू सिंह ने बताया की इस स्थल की कहानी हमारे जन्म से पहले की है. सावन में अंतिम पूर्णिमा के दिन श्रद्धालुओं द्वारा खैरा बाबा पर सफेद झंडा, मिट्टी के घोड़े, चिलम, सोने का नाग नागिन के साथ दूध खीर पुड़ी का भोग लगाने की परंपरा है. इसके साथ-साथ 40 वर्ष से हर साल 24 घंटे का अखंड कीर्तन का आयोजन होता है. स्थानीय लोगों के प्रयास से देव स्थल पर 30 बाई 40 फिट के चबूतरे का निर्माण कराया गया है. यहां की चढ़ाई काफी कठिन है. 3 घंटे के पहाड़ की सीधी चढ़ाई के बाद खैरा बाबा के दर्शन होते है. करीब 40 वर्ष पहले गांव के नरेश सिंह के द्वारा वहां शिवलिंग की स्थापना की गई है. हालांकि आज तक इस स्थल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित नहीं किया गया. ग्रामीणों द्वारा एक समय पलामू से रांची तक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने को लेकर पद यात्रा निकाली गई थी. जिसके बाद सूबे के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री और वर्तमान विश्रामपुर विधायक राम चंद्र चंद्रवंशी और तत्कालीन पर्यटन मंत्री अमर बावरी भी आकर आश्वासन मिला लेकिन अबतक कोई विकास नहीं हुआ.
स्थानीय बैगा द्वारा होता है पूजा
सावन के मौके पर टीबू बैगा द्वारा पूजा किया जाता है. वहीं श्रद्धालु 3 घंटे की चढ़ाई कर जलाभिषेक करते है. 40 वर्ष से पहले खैरांचल में खैरा राज बाबा की पूजा होती है. सावन में श्री खैरा राज अखंड कीर्तन कमिटी लोटरा चनोखर द्वारा 24 घंटे का अखंड कीर्तन का आयोजन होता है. इस बार कमिटी के अध्यक्ष रौनक कुमार सिंह है. इस दौरान खीर, दूध, सोने के नाग नागिन, बैगा द्वारा पूजा किया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : August 28, 2023, 17:43 IST