परिवारवाद, OBC आरक्षण, ED…एजेंडा राजस्‍थान में जेपी नड्डा की 5 बड़ी बातें

जयपुर. न्यूज18 इंडिया के कार्यक्रम ‘एजेंडा राजस्थान’ में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया कि उनकी पार्टी आगामी पांच राज्यों के चुनाव में बड़ी जीत हासिल करेंगी. उन्होंने राजस्थान में दो तिहाई बहुमत से सरकार आने की बात कही. नड्डा ने कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में दोबारा सरकार बनाने की ओर बीजेपी आगे बढ़ रही है.  नड्डा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हम बहुत अच्छे तरीके से सरकार बनाने की ओर चल पड़े हैं. तेलंगाना में भी हम काफी मजबूत रहेंगे और मिजोरम में एनडीए रिटेन करेगी. आइये हम आपको बीजेपी अध्‍यक्ष से विशेष बातचीत की 5 बड़ी बातों के बारे में बताते हैं.

जेपी नड्डा ने कहा कि राजीव गांधी ने ओबीसी आरक्षण का विरोध किया था. उन्होंने कहा जिस मंडल कमीशन को इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था. वो आजकल ओबीसी की बात करने लगे हैं. यह वैसा ही है कि जैसा वो राम की बात करने लगे हैं और वो आज ओबीसी की बात करने लगे हैं. वे फैशन के अनुसार चलते हैं.

ईडी की जांच की टाइमिंग के सवाल पर नड्डा ने कहा कि आपने देखा होगा कि इलेक्शन कमीशन कहां एक्टिव होती है, ईडी कहां एक्टिव होती है? जहां पैसे का लेन-देन होता है. महादेव ऐप का स्कैंडल कैसे पकड़ में आया. एक आदमी सर्विलांस पर था जिसे कहां गया था कि भूपेश बघेल को इतने करोड़ देकर आओ. ऐसे में वह पकड़ा गया. तो ईडी तो एक्शन ही लेगा.

जेपी नड्डा ने कहा कि जातीय जनगणना का उद्देश्य किसी के हित के लिए नहीं बल्कि अपनी राजनीति को चमकाने के लिए है. यह राजनीति से प्रेरित है. कांग्रेस पार्टी का जनता से कोई लेना-देना नहीं है. वह जनता का भला नहीं चाहती. आपने 40 साल ओबीसी के लिए कुछ काम नहीं किया. अब अचानक आप ओबीसी का गाना गाने लग गए, क्योंकि मोदी जी ने उनके लिए काम करना शुरू कर दिया. ये लोग इन कामों के लिए गंभीर नहीं है.

परिवारवाद के सवाल पर जेपी नड्डा ने कहा, मैं बताता हूं कि परिवारवाद क्या होता है? फारूख अब्दुल्ला के बाद उमर अब्दुल्ला, मुफ्ती के बाद महबूबा मुफ्ती, चौटाला भाइयों के बाद चौटाला, प्रकाश सिंह बादल के बाद सुखबिर सिंह बादल, मुलायम सिंह के बाद अखिलेश और अखिलेश के बाद डिंपल, लालू के बाद राबड़ी और राबड़ी के बाद तेजस्वी, ममता के बाद अभिषेक, बुआ और भतीजा, जगनमोहन रेडी के बाद वाईएसआर जगनमोहन रेडी, केसीआर, केटीआर, कविता और उनका बेटा, करूणा निधि, स्टालिन, फिर उदयनिधि स्टालिन, उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे, शरद पवार और सुप्रिया सुले. हमारी ही पार्लियामेंट्री बोर्ड, हमारे ही सेक्रेटरी और हमारे ही लोग…यानी जहां पार्टी एक परिवार चलाती है.

नड्डा ने अपने सांसदों को चुनावी मैदान में उतारने की रणनीति पर कहा कि इस फैसले विपक्ष में खलबली मची हुई है. इसका मतलब है कि हम सही हैं. इसलिए उनको तकलीफ हो रही है. इसलिए वो हमारे बारे में बात कर रहे हैं.

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FIRST PUBLISHED : November 16, 2023, 22:28 IST

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