हिमांशु नांरग/करनाल. जिले में पराली में आग लगाने की घटना ना हो इसके लिए प्रशासन द्वारा अधिकारियों को फील्ड में उतार दिया गया है. फील्ड में उतारे गए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने क्षेत्रों में पराली जलाने की घटनाओं का खास ध्यान रखें. यहीं नहीं ग्राम लेवल पर कृषि अधिकारियों और चुने हुए प्रतिनिधियों की डयूटियां भी लगाई गई है. ये सारी कवायद धान सीजन के दौरान बढ़ते प्रदूषण की घटनाएं रोकने के लिए की जा रही है. ताकि लोगों को प्रदूषण के कहर से बचाकर रखा जा सकें.
धान कटाई का समय आ चुका है. धान कटाई को देखते हुए हर साल की तरह इस साल भी पराली प्रबंधन पर बैठक की गई. जिसमें जिला प्रशासन द्वारा दिशा जिले में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए. पराली जलाने से बचने को लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए. बैठक की अध्यक्षता डीसी करनाल द्वारा की गई. मीटिंग में सभी विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिए गए कि है कि उनके क्षेत्रों में पराली जलाने की एक भी घटना ना होने पाए.
ग्राम लेवल पर कमेटी का गठन
पराली प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए गांव लेवल पर कमेटियां बनाई गई है इनमें पटवारी, ग्राम सचिव, कृषि अधिकारी, सरपंच या चुने हुए प्रतिनिधि व नंबरदार आदि शामिल होंगे.गांव लेवल पर बनाई गई कमेटियां उन लोगों से संपर्क करेंगी, जिन लोगों ने पिछले साल पराली जलाई थी, या पराली जलाने के कार्य में संलिप्त रहे थे.कमेटी के सदस्यों द्वारा इन लोगों को पराली प्रबंधन के बारे में बताया जाएगा और पराली जलाने के खिलाफ किसानों को जागरूक किया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : September 17, 2023, 23:39 IST