परवल से लेकर गोभी तक… सब्‍जी की खेती से किसान की बदली किस्‍मत, रोजाना हो रही 5 हजार की कमाई

भास्कर ठाकुर/सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिले के कमलदह गांव के रहने वाले किसान संजय सिंह इन दिनों सब्‍जी की खेती की वजह से चर्चा में हैं. वह तीन एकड़ में सब्जी की खेती कर रहे हैं. उन्‍होंने बताया कि किसानों को बदलते मौसम के साथ खेती करने के तरीकों में भी बदलाव करना चाहिए. किसानों के लिए परंपरागत खेती के बजाए अब सब्जी की खेती बेहतर विकल्प है.

किसान संजय सिंह ने बताया कि 15 कट्ठे में गोभी, 10 कट्ठे में परवल, 5-5 कट्ठे में बैगन और करेला, तो कुछ जमीन के टुकड़े पर मिर्च की खेती कर रहे हैं. इसके अलावा वह महज डेढ कट्ठे में मूली की खेती कर अब तक 20 हजार कमा चुके हैं. वहीं, अब भी खेत में मूली लगी हुई है.

सब्जी की खेती से रोजाना पांच हजार की हो रही है कमाई
संजय सिंह ने बताया कि हफ्ते में तीन बार 1 क्विंटल परवल का उत्पादन हो रहा है. जबकि 50 से 60 किलो बैगन रोज निकलता है. इसके अलावा रोजना ढाई से 3 क्विंटल गोभी खेत से निकल रही है. उन्‍होंने बताया कि सब्जी की खेती करने के लिए किसी रासायनिक खाद पर निर्भर नहीं हैं बल्कि जैविक तरीके से ही खेती पर फोकस करते हैं. साथ ही बताया कि कमाई मौसम पर निर्भर करती है. पहले परवल और बैगन से रोजाना 3 से 4 हजार कमाई होती थी. अब गोभी का अधिक उत्पादन हो रहा है जो 60 रुपये के हिसाब से बिक जाती है. गोभी से हर दिन 5 हजार तक की कमाई हो जाती है. संजय सिंह ने बताया कि सब्जी एक ऐसी फसल है जोकि सालभर भर मुनाफा देती है.

मिनी ट्रैक्टर से करते हैं खेती
संजय सिंह ने बताया कि अब जमाना बिल्कुल मॉडर्न हो चुका है. अब वो समय नहीं रहा जब किसान बैल से खेत जोते. बैल का स्थान ट्रैक्टर ने ले लिया.यही नहीं, अब तो भाड़े पर ट्रैक्टर लेकर खेत जोतने का समय भी धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहा है. उन्‍होंने खेती करने के लिए एक मिनी ट्रैक्टर लिया है, जो कि खेत की जुताई से लेकर मेढ़ बनाने, रोटाबेटर चलाने, कल्टीवेटर चलाने और ट्रेलर जोड़कर सब्जी बाजारों तक पंहुचाने सहित सभी कार्य करने में सक्षम है. इसमें झंझट भी नहीं है और लागत भी बेहद कम है. किसान खुद से ही मिनी ट्रैक्टर को चला सकते हैं. उन्होंने बताया कि मिनी ट्रैक्टर की कीमत महज 70 से 75 हजार के बीच है. यानी अब किसानों को ट्रैक्टर लेने के लिए 3 लाख से 5 लख रुपये तक खर्च करने की जरूरत नहीं है.

Tags: Farming in India, Fresh vegetables, Success Story, Vegetables Price

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