पथराव-फायरिंग के बाद 5 मंदिरों में चोरी, रांची को फिर से थी जलाने की साजिश, पुलिस ने फेल किया प्लान

रांची. झारखंड की राजधानी रांची को एक बार फिर से जलाने और सांप्रदायिक हिंसा की आग में झोंकने की तैयारी थी. नगड़ी थाना क्षेत्र में पथराव की घटना के बाद एक बार फिर से पूरे इलाके को जलाने की साजिश रची गई थी और बकायदा इसके लिए पूरी प्लानिंग की गई थी. प्लानिंग भी कुछ ऐसी कि लोगों की आस्था को चोट पहुंचे और वो मरने-मारने पर उतारू हो जाएं. हालांकि पुलिस की सूझबूझ और इलाके के शांति प्रिय लोगों के कारण दुबारा नगड़ी जलने से बच गई.

इसका खुलासा पुलिस ने किया है. दरअसल रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र में 16 फरवरी को पथराव और गोलीबारी की वारदात हुई थी. इस पथराव में 15 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. हालांकि रांची पुलिस के त्वरित एक्शन से बड़ी वारदात होने से टल गई और जल्द ही हिंसक झड़प पर काबू पा लिया गया, जिस कारण स्थिति और भी भयावह होने से बच गई. 16 तारीख की घटना पर पुलिस ने काबू पा लिया और स्थिति को नियंत्रित कर लिया लेकिन कुछ लोगों को ये शांति रास नहीं आई और फिर इस आग को उकसाने और इलाके को फिर से जलाने के लिए 5 मंदिरों में चोरी की वारदात को अंजाम दिलवाया गया, ताकि लोग इससे आहत हो और नगड़ी एक बार फिर जले.

लेकिन इस बार साजिश रचने वाले अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए, क्योंकि पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की तो इलाके के शांति कायम करने वाले लोगों ने ऐसा होने नहीं दिया. दरअसल 5 मंदिरों में चोरी की साजिश मामा भांजे ने मिलकर रची थी. मामा के इशारे पर भांजे ने पांच मंदिरों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. मंदिर से भगवान के त्रिशूल सहित अन्य सामग्रियों की चोरी हुई थी. इस मामले को लेकर एक बार फिर लोग गोलबंद भी होने लगे थे लेकिन उस आग में घी डालने वालों की एक न चली और प्रशासन ने इसके बाद त्वरित कार्रवाई की और साक्ष्य के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया.

आरोपी की निशानदेही पर मंदिर से चोरी गए समानों को भी बरामद कर लिया गया, वहीं पुलिस को ऐसी आशंका थी कि इस चोरी के पीछे कोई साजिश जरूर है और जब उसे खंगाला गया तो आरोपी ने अपने मामा का नाम लिया जिसके कहने पर ही उसने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. आरोपी पूरे इलाके में फिर एक बार माहौल बिगाड़ने की कोशिश में जुटा था लेकिन प्रशासन की तत्परता के कारण उसे दबोचा गया.

बता दें कि सरस्वती पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन के दौरान निकली शोभा यात्रा पर पथराव की घटना हुई थी, जिस कारण 16 फरवरी की देर शाम नगड़ी में हिंसक झड़प शुरू हो गई थी. दो समुदायों के लोग आमने-सामने होकर पथराव कर रहे थे तो वहीं कुछ लोगो ने फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था. मामले में अबतक 22 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं तो वही अन्य की भी तलाश की जा रही है.

Tags: Communal Riot, Jharkhand news, Ranchi news

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