पत्रकार विमल यादव हत्याकांड: जेल से साजिश, भोज में शूटर्स मीटिंग फिर अहले सुबह मर्डर, जानें पूरी कहानी

अररिया. बिहार के अररिया में पत्रकार विमल यादव हत्याकांड को लेकर पुलिस ने अहम खुलासा किया है. पुलिस अधीक्षक ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेस कर बड़ा खुलासा किया. एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि अररिया और सुपौल जेल में बंद अपराधी क्रांति यादव और रुपेश यादव लगातार जेल के भीतर से इस हत्याकांड की पटकथा लिख रहे थे और लगातार जेल के भीतर से फोन से बातचीत भी कर रहे थे. पत्रकार की हत्या के ठीक एक दिन पहले अररिया की जेल में बंद क्रांति यादव से जाकर उसका छोटा भाई शैशव यादव मुलाकाती के तौर पर मुलाकात करता है और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत भी करता है.

इसी बातचीत में पत्रकार की हत्या का आदेश मिल जाता है जबकि इसके बाद सुपौल जेल में बंद अपराधी रुपेश यादव भी पत्रकार की हत्या के लिए हरी झंडी दे देता है. उसी रात को गोली चलाने वाले आरोपी माधव यादव के बड़े पापा का श्राद्ध कर्म होता है. श्राद्ध कर्म समाप्त होने के बाद माधव यादव के दरवाजे पर मछली-भात के भोज का आयोजन किया जाता है जिसमें अभियुक्त उमेश यादव, माधव यादव, विपिन यादव, अर्जुन शर्मा, संतोष कुमार भारती उर्फ संतोष राम, आशीष यादव, शैशव यादव, भवेश यादव एवं अन्य लोग शामिल हुए और सभी ने मिलकर भोजन किया. इसी भोज के दौरान सभी के बीच बातचीत हुई कि पत्रकार विमल यादव जो कि अपने छोटे भाई गब्बू यादव हत्याकांड में कंप्रोमाइज नहीं कर रहा उसका मर्डर कर देना है.

शूटर्म की मीटिंग मे आए लोग कहते हैं कि विमल इस केस में गवाही देगा जिसकी गवाही से सभी को सजा हो जाएगी. इसलिए अब उसकी हत्या करनी होगी. हत्याकांड के एक दिन पहले रात के भोज में सबने तय कर लिया कि पत्रकार विमल यादव की हत्या सुबह कर देनी है. पत्रकार विमल यादव की हत्या करने की योजना बनाने के बाद दो मोटरसाइकिल अभियुक्त संतोष राम का अपाची मोटरसाइकिल एवं एक पल्सर मोटरसाइकिल तथा विपिन यादव के पास एक देसी कट्टा, गोली माधव यादव के पास दो देसी कट्टा, गोली था.

इसको लेकर सुबह यानी कांड के दिन 18 अगस्त को करीब 3 बजे सभी अभियुक्त कोशकापुर हनुमान मंदिर के पास एकत्रित होते हैं. यहां से पल्सर मोटरसाइकिल पर भवेश यादव, आशीष यादव, विपिन यादव एवं अपाची मोटरसाइकिल पर माधव यादव अर्जुन शर्मा संतोष राम सवार होकर रानीगंज के प्रेम नगर साधु आश्रम में पत्रकार विमल यादव के घर पहुंचते हैं. यहां अर्जुन और विपिन पत्रकार विमल के घरेलू नाम ‘पप्पू भैया’ से आवाज देते हैं और टिन वाले गेट को खटखटाते हैं, जिसके बाद पत्रकार विमल यादव घर से बाहर निकलते हैं.

उनके पीछे उनकी पत्नी और पिता रहते हैं. उस वक्त सुबह के साढ़े 5 बज रहे होते है. जैसे ही पत्रकार विमल यादव बाहर निकलते हैं, वैसे ही माधव यादव, विमल को गोली मार देता है. कांड के बाद सभी अभियुक्त मौके से फरार हो जाते हैं. पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को बताया कि अब तक दो मुख्य आरोपी अर्जुन शर्मा और माधव यादव समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि जेल में बंद क्रांति यादव और रुपेश यादव को न्यायिक रिमांड पर लिया गया है. एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पत्रकार विमल यादव हत्याकांड की अग्रेत्तर जांच जारी रहेगी.

Tags: Bihar News

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *