Wife burnt alive in Badaun
– फोटो : अमर उजाला
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साहब जा शराब ने तौ मेरो घर बर्बाद कर दओ। रोजाना आदमिन के साथ संग शराब पियत हो। रोज अपनी बहू के संग मारपीट करत हो। बाकी मारपीट और गालीगलौज तौ कऊ बंद नाय भई। जब नाय मानौ तो पुलिस से पकड़वाए दौ। फिर जाकी बहू और लड़का ही छुड़ाए के लाओ। फिरऊ मारपीट करनो बंद नाय करो।
आज वाने बाकी जान है लै ली। पुलिस के दारोगा के सामने साहब के संबोधन के साथ यह शब्द उन बूढ़ी सास हैं, जिन्होंने अपनी आंखों के सामने पूरा घटनाक्रम देखा और शन्नो को बचाने की कोशिश की। मुजरिया थाना क्षेत्र के गांव नैथुआ निवासी मुनीश तीन भाइयों में सबसे छोटा है।
वह अपने परिवार के साथ अलग रहता है। उसके एक बेटी और चार बेटे हैं। उसने 13 फरवरी को ही अपनी बेटी क्रांति की शादी की थी। वह जिस मकान में रहता है। उसी मकान के एक कमरे में बुजुर्ग मुन्नी देवी रहती हैं। वह अपना खाना अलग बनाती हैं। जब भी मुनीश शन्नों के साथ मारपीट करता था। तब शन्नो भागकर अपनी सास के पास पहुंच जाती थी।
बृहस्पतिवार शाम जब मुन्नी देवी अपना खाना बना रहीं थीं। तभी मुनीश ने शन्नो के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। वह खुद को बचाने के लिए सास के पास ही भागी लेकिन बूढ़ी सास क्या करती। वह खुद को बचाती या अपनी बहू को बचाती।