पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को अपने बयान से लोगों को कथित तौर पर गुमराह करने के लिए राज्य में कांग्रेस इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की आलोचना की।
वड़िंग ने कहा था कि महाधिवक्ता ने धान पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) समाप्त करने के लिए उच्चतम न्यायालय से अपील की थी।
पंजाब के महाधिवक्ता गुरमिंदर सिंह ने भी वड़िंग के बयान को ‘झूठ’ बताते हुए कहा था कि उन्होंने उच्चतम न्यायालय को सुझाव प्रस्तुत किया था।
केंद्र सरकार को अन्य फसलों पर भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देना चाहिए, ताकि किसानों के पास विविधता का विकल्प हो।
मान ने बृहस्पतिवार को एक बयान में वड़िंग को पुराना झूठा बताते हुए उनपर गलत, दुर्भावनापूर्ण और झूठे बयान देकर लोगों को गुमराह करने के लिए कांग्रेस नेता पर हमला बोला।
मान ने आरोप लगाया कि वड़िंग सिर्फ मीडिया के सामने फायदा उठाने के लिए तथ्यों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच, शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी मान सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पराली जलाने के मुद्दे पर उच्च न्यायालय में पंजाब सरकार के रुख ने सभी पंजाबियों को हैरान कर दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मान सरकार किसानों के लिए धान पर एमएसपी बंद करने की वकालत करती है।
मजीठिया ने एक बयान में कहा, इससे पहले, मान सरकार ने मूंग की फसल के लिए एमएसपी की घोषणा कर किसानों को धोखा दिया था। जब किसानों ने उनके शब्दों पर विश्वास दिखाकर अपने खेतों में मूंग बोया तो 85 प्रतिशत से अधिक उपज की खरीद नहीं की गई और किसानों को निजी व्यापारियों की दया पर छोड़ दिया गया।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।