पंजाब: एकता की अनोखी मिसाल ‘सर्व धर्म ख्‍वाजा मंदिर’, जहां आरती भी होती है और कव्‍वाली भी

पंजाब: एकता की अनोखी मिसाल 'सर्व धर्म ख्‍वाजा मंदिर', जहां आरती भी होती है और कव्‍वाली भी

सर्व धर्म ख्वाजा मंदिर में आपको मंदिर भी नजर आएगा और दरगाह भी.

खास बातें

  • सर्व धर्म ख्वाजा मंदिर में मंदिर भी नजर आएगा और दरगाह भी
  • इस मंदिर में कव्वाली और आरती भी एक साथ होती है
  • राज जैन ने अपनी जमीन को बेचकर इस मंदिर का निर्माण करवाया है

नई दिल्‍ली :

पंजाब (Punjab) के होशियारपुर के राज जैन इंसानियत को ही अपना धर्म मानते हैं और अपने इसी विश्वास को साबित करने के लिए उन्होंने सर्वधर्म सद्भाव की एक मिसाल पेश की है. सर्व धर्म ख्वाजा मंदिर में आपको मंदिर भी नजर आएगा और दरगाह भी. यहां सिख, जैन, बौद्ध धर्मों से जुड़ी तस्वीरें भी दिखेंगी तो यहां कव्वाली भी होती है तो आरती भी. राज जैन ने अपनी जमीन बेचकर मंदिर और दरगाह का निर्माण करवाया है. इस मौके पर हिंदू, जैन, बौद्ध और मुस्लिम सहित अन्‍य सभी धर्म के वरिष्ठ धर्मगुरूओं भी मौजूद रहे. पंजाब के होशियारपुर में सर्व धर्म ख्‍वाजा मंदिर में आपको सभी धर्म और विभिन्‍न धर्मों को मानने वाले धर्मावलंबी एक ही जगह पर मिल जाएंगे. 

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होशियारपुर के इस सर्व धर्म ख्‍वाजा मंदिर में आपको मंदिर के साथ सिख, जैन, बौद्ध आदि सभी धर्म की फोटो भी नजर आएगी. यहां कई सालों से श्रद्धालु मन्‍नत मांगने आते हैं. श्रद्धालु नीतू ने कहा कि मेरी हर दुआ यहां आकर पूरी हो जाती है. 

राज जैन ने अपनी जमीन को बेचकर यहां पर इमाम हुसैन अस की 4 साल की बेटी सकीना की याद में एक नया रौज़ा (श्राइन) बनाया है. इस मौके पर जैन धर्म के गुरू आचार्य विवेक मुनि, मुस्लिम धर्म गुरू मौलाना कल्बे जव्वाद सहित समेत बौद्ध आदि सभी धर्म के लोग और धर्मगुरू शामिल हुए. सभी धर्म गुरूओं ने राज जैन के इस कदम को सराहा और उनकी तरह भाईचारे की तरह रहने की सभी से अपील भी की. 

यहां होती है कव्वाली भी और आरती भी 

सर्व धर्म ख्वाजा मंदिर में आपको कव्वाली भी मिलेगी और आरती करने को भी. यहां आपको लंगर भी मिलेगा तो क्रिसमस पर सेंटा का गिफ्ट भी. यहां कोई उतराखंड से आता है तो कोई यूपी से. साथ ही हर साल यहां पर प्रकाश पर्व भी मनाया जाता है, जिसमें शामिल होने देश-विदेश से श्रद्धालु यहां पर आते हैं.  

मेरा धर्म इंसानियत है और ईश्‍वर से इश्‍क है : जैन 

राज जैन कहते हैं कि उन्हें कोई किसी एक धर्म का नहीं कहे, उनका धर्म इंसानियत का है और ईश्वर से इश्क है. उनका मानना है कि हम किसी भी धर्म के हों लेकिन हमे दूसरे धर्म का सम्‍मान करना चाहिए क्योंकि हर धर्म में बस इंसानियत सिखाई गई है. राज जैन ने सूफी सूफीवाद से प्रेरित होकर अपने नाम के आगे भी सूफी लगा लिया है. अब लोग उन्हें सूफी राज जैन के नाम से जानते हैं. जैन का ख्वाजा गरीब नवाज से भी काफी लगाव है. राज जैन की पत्नी दिव्या भी अपने पति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलती है और अपने इस ख्वाजा मंदिर के क्षेत्र में ही रहती हैं.

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