गुलशन कश्यप/जमुई : ये बिहार है, यहां कुछ भी संभव है. यहां एक महिला जिसकी मौत एक साल पहले हो गई थी, पूरे एक साल के बाद वह दोबारा जिंदा हो गई. इसे पढ़कर आपको भी यही लगेगा कि यह मामला कोई पुनर्जन्म या किसी चमत्कार से जुड़ा हुआ है. लेकिन, ऐसा नहीं है, जब आप पूरा माजरा जानेंगे तो आप भी हैरान रह जाएंगे. यह पूरा मामला जमुई में सामने आया.
जमुई जिला के चकाई प्रखंड क्षेत्र के माधोपुर पंचायत के वार्ड नंबर-11 स्थित बुधवाडीह गांव का यह मामला है. जहां से हैरान कर देने वाला यह पूरा मामला सामने आया है. महिला का नाम लखपति देवी है, जिनकी उम्र 80 साल के करीब बताई जा रही है.
एक साल पहले गलती से हो गई थी लखपति देवी की मौत
दरअसल, महिला की मौत को लेकर आप जैसा समझ रहे हैं वैसा कुछ भी नहीं है. यह पूरा मामला फर्जीवाड़े से जुड़ा हुआ है. जहां गलत तरीके से महिला का मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया गया और सरकारी दस्तावेजों में उनकी मौत हो गई.
महिला को जब इस बात का पता चला तब उसने इसको लेकर प्रखंड से लेकर जिला तक के अधिकारियों को लिखित शिकायत दी. महिला जीते जी अपने हाथों में अपना मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर घूमती रही और इंसाफ की गुहार लगाती रही. करीब 8 महीने बाद आखिरकार महिला को इंसाफ मिला और दोबारा सरकारी दस्तावेजों में भी जिंदा हो गई.
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इन सब के पीछे बस यह था एकमात्र कारण
महिला लखपति देवी के पुत्र लालकिशोर यादव ने बताया कि उनके पिता धनेश्वर यादव ने दो शादियां की थी और दोनों पत्नियों से हैं उन्हें संतान प्राप्त हुआ. उनकी पहली पत्नी की मृत्यु हो गई, जबकि दूसरी पत्नी लखपति देवी अभी भी जीवित है. लालकिशोर ने बताया कि धनेश्वर यादव के पास 4.25 एकड़ जमीन थी.
इस पर कब्जा करने के लिए सौतेले भाई के द्वारा यह काम किया गया और उसी के द्वारा जीते जी मां का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया गया था. हालांकि इस मामले को प्रशासन ने काफी गंभीरता से लिया और आखिरकार महिला की मृत्यु प्रमाण पत्र को निरस्त करते हुए सभी सरकारी दस्तावेजों में उसे जीवित प्रमाणित कर दिया गया. जिसके बाद महिला के चेहरे पर खुशी भी देखने को मिल रही है.
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FIRST PUBLISHED : February 27, 2024, 22:34 IST