नैनीताल में हार्ट अटैक से टूरिस्ट की मौत! सर्दियों में घूमने जा रहे हिल स्टेशन, तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान

तनुज पाण्डे/ नैनीताल. पहाड़ों में इन दिनों सर्दी का सितम जारी है. सुबह और शाम के समय बेहद ठंड पड़ रही है. उत्तराखंड के नैनीताल में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड की वजह से बीमारियों का खतरा बना हुआ है. दिल के मरीजों को खास ध्यान देने की जरूरत है. बीडी पांडे जिला अस्पताल में दिल संबंधी बीमारियों के मरीज पहुंच रहे हैं. दो दिन पहले नैनीताल में अहमदाबाद के पर्यटक मधुसूदन (52) की मौत हो गई. मौत का कारण हार्ट अटैक माना जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. उत्तराखंड के नैनीताल समेत सभी जिलों में पारा रात में 1 या 2 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच रहा है. ऐसे में अगर आप हिल स्टेशनों पर घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो आपको वहां पहुंचकर कुछ सावधानियां जरूर रखनी होंगी. ध्यान दें कि आप जिस होटल-रिजॉर्ट में रुकें, वहां गीजर, हीटर या ब्लोअर आदि की व्यवस्था हो. अगर जॉगिंग करना आपकी हैबिट में है, तो मौसम देखकर बाहर निकलें. पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें और गर्म चीजों का सेवन जरूर करें. ऊंचाई वाले इलाकों में पैदल जाने से बचें. एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए रुक-रुककर जाएं. जहां थकान महसूस हो, वहां रेस्ट करने के लिए जरूर रुकें.

बीडी पांडे अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ सुधांशु सिंह ने कहा कि इन दिनों नैनीताल या फिर किसी भी हिल स्टेशन जाने वाले पर्यटकों को ठंड से बचने के लिए एहतियात बरतने होंगे. जो भी पर्यटक ठंडी जगहों पर घूमने का प्लान कर रहे हैं और यदि उनकी कोई मेडिकल हिस्ट्री है, तो सबसे पहले अपने शरीर का चेकअप करवाकर ही डॉक्टर से सलाह लेकर नैनीताल या पहाड़ों में आएं. साथ ही अपनी दवाओं को भी साथ लेकर आएं. सुबह सूर्योदय के बाद ही एक्सरसाइज, जॉगिंग पर जाना चाहिए. डॉ सुधांशु बताते हैं कि यदि आपको सांस लेने में तकलीफ हो या फिर सीने में दर्द जैसी समस्या हो, तो आपको नजदीकी हॉस्पिटल में डॉक्टर को दिखाना चाहिए. साथ ही बंद कमरे में हीटर, ब्लोअर ऑन करके न सोएं.

एल्कोहल से बढ़ रही बीमारी

डॉ सुधांशु बताते हैं कि ठंड में लोग एल्कोहल और धूम्रपान का सेवन ज्यादा करते हैं, ऐसे में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है. इस वजह से खून गाढ़ा होने जैसी समस्या उत्पन्न होती है और हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा ठंड में सावधानियां नहीं बरतने से ब्रेन स्टोक और फेफड़ों संबंधित बीमारियां भी हो सकती हैं. वह आगे कहते हैं कि मैदानी इलाकों से आने वाले लोग जब नैनीताल या फिर किसी ठंडी जगह जाते हैं, तो उनका शरीर यहां के मौसम के अनुरूप नहीं ढल पाता है. साथ ही यहां आने वाले पर्यटक ठंड से बचने के लिए उचित सावधानियां नहीं बरतते हैं, जिस वजह से उन्हें हार्ट अटैक और अन्य बीमारियों का सामना करना पड़ता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और हेल्थ बेनिफिट रेसिपी की सलाह, हमारे एक्सपर्ट्स से की गई चर्चा के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है न कि व्यक्तिगत सलाह. हर व्यक्ति की आवश्यकताएं अलग हैं, इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. कृपया ध्यान दें, Local 18 की टीम किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगी.

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