आशीष कुमार/पूर्वी चम्पारण. केंद्र सरकार ने चाइनीज लहसुन के आयात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया हुआ है, बावजूद इसकी तस्करी की जा रही है. हालांकि एसएसबी और कस्टम की सक्रियता से लहसुन की खेप जब्त की जा रही है. इसी कड़ी में दो दिन पहले एसएसबी और कस्टम विभाग ने सिकटा के पुरैनिया गांव में छापेमारी कर आठ ट्रैक्टर ट्रॉली पर रखे 640 क्विंटल चाइनीज लहसुन और एक ट्रैक्टर से लगभग 50 लाख का कॉस्मेटिक जब्त कर लिया.
इस दौरान दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया. 47 वीं बटालियन के इंस्पेक्टर संजय कुमार शाह ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि चीन से लहसुन की बड़ी खेप नेपाल लाई गई, जहां से इसे यूपी और बिहार के बाजार में खपाने की योजना थी.
पुरैनिया गांव में की गई छापेमारी
इंस्पेक्टर संजय कुमार शाह ने बताया कि गुप्त सूचना पर एसएसबी और कस्टम विभाग के अधिकारियों ने सिकटा के पुरैनिया गांव में छापेमारी की थी, जहां भारी मात्रा में लहसुन और कॉस्मेटिक आइटम जब्त किया गया. सामान से लदे सभी जब्त ट्रैक्टरों को मोतिहारी कस्टम विभाग को सौंपकर केस दर्ज कराया गया है. विभाग अब इस बात का पता लगाने में जुट गया है कि सीमा पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहने के बावजूद तस्करी का माल कैसे बिहार में प्रवेश कर गया.
जब्त लहसुन की कीमत 1.34 करोड़
बता दें कि भारत सरकार ने चाइनीज लहसून के आयात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया हुआ है. जानकारों की मानें तो चाइनीज मूल के लहसुन में हानिकारक फंगस (एम्बेलिसिया एली) पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होते हैं. जब्त लहसुन भी चाइनीज ही है. जिसकी कीमत लगभग 1 करोड़ 34 लाख रुपए है. अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल इस बात की छानबीन की जा रही है कि तस्करी में कितने लोग शामिल थे.
यह कार्रवाई पटना के सीमा शुल्क (निवारण) आयुक्त डॉ. यशोवर्धन पाठक के निर्देश पर मोतिहारी प्रमंडल के संयुक्त आयुक्त रोहित खरे के नेतृत्व में की गई. इसमें अधीक्षक आनंद कुमार और निरीक्षक अभिनव कुमार शामिल थे.
.
Tags: Bihar crime news, Bihar News, Champaran news, Local18
FIRST PUBLISHED : February 16, 2024, 14:26 IST