अनूप पासवान/कोरबाः कोई भी व्यक्ति अगर नशे का आदि होता है, तो वो व्यक्ति अपने साथ परिवार और समाज को भी नुकसान पहुंचाता है. वर्तमान में देखा जाए तो समाज के लिए शराब एक बहुत बड़ा अभिशाप है. शराब के नशे में चूर व्यक्ति कुछ भी ऐसा कर बैठता है, जिससे उसके साथ उसके पूरे परिवार और समाज को परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई परिवार वाले ऐसे होते है जो अपने घर के किसी सदस्य को नशे से छुटकारा दिलाना चाहते हैं. जिसके लिए वे विज्ञापन में आने वाली दवाइयां का उपयोग करते हैं, जिससे इसका सेवन करने वाले व्यक्ति इसके गंभीर परिणाम झेलने पड़ जाते हैं.
शराब की मुक्ति और छुटकारा के लिए आयुर्वेद में किस तरह के उपाय बताए गए हैं, इसको लेकर हमने आयुर्वेद चिकित्सक डॉक्टर नागेंद्र नारायण शर्मा से बातचीत की. चिकित्सक शर्मा ने बताया कि कभी भी किसी को बिना चिकित्सक के सलाह के किसी प्रकार की दवाइयां का सेवन नहीं करना चाहिए. सेल्फ मेडिकेशन एक बड़ी समस्या हो चुकी है. लोग स्वयं ही दवाइयां खरीद कर खा लेते हैं जिससे उन्हें इसके गंभीर परिणाम झेलने पड़ सकते हैं.
नशा मुक्ति के लिए अपनाएं ये तरीका
उन्होंने कहा कि शराब छोड़ने के लिए सबसे महत्वपूर्ण यह है कि उस व्यक्ति को दृढ़ संकल्प लेना होगा.और उसके बाद अपने आसपास के योग्य चिकित्सक से विचार विमर्श कर उपचार करना चाहिए.डॉ नागेंद्र नारायण शर्मा ने बताया कि प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का समावेश जो आपको नशे से मुक्त करने में मदद करता है, उनमे हल्दी तुलसी अदरक अश्वगंधा त्रिफला दालचीनी इलायची सौंफ के बीज का इस्तेमाल किया जा सकता है.
डॉ शर्मा ने बताया कि हल्दी-यह एक कैंसर रोधी औषधि है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है.साथ ही यह फेफड़े और हृदय को भी मजबूत बनाता है. तुलसी-यह एक अद्भुत जड़ी बूटी है जो श्वसन संक्रमण, फेफड़ों की भीड़ को कम करने में मदद करती है.प्रतिदिन 2-3 पत्तियों के सेवन से मुंह तो तरोताजा रहेगा ही साथ ही फेफड़ों में संक्रमण का खतरा भी कम हो जाएगा. अदरक-सूखी अदरक चबाने से भी इच्छा पर काबू पाया जा सकता है.यह अपने सूजनरोधी गुणों के कारण लत के लक्षणों को नियंत्रित करेगा.
अश्वगंधा है रामबाण औषिधी
अश्वगंधा -यह जड़ी-बूटी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने और बढ़ाने में मदद करती है. त्रिफला-आमतौर पर नशे का दुष्प्रभाव कब्ज होता है.तो, त्रिफला का सेवन इसमें मदद करेगा.साथ ही, चूंकि यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, इसलिए यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.
दालचीनी और इलायची के बीज, कच्ची अजवाइन के बीज मुंह में रखने से नशे की लत पर काबू पाया जा सकता है.यह शरीर में मौजूद अशुद्धियों को बाहर निकालकर उन्हें बाहर निकालने में मदद करता है. हर्बल चाय-हर्बल चाय की चुस्कियां लें क्योंकि सूजन-रोधी गुणों के कारण यह आपको धूम्रपान करने की इच्छा से राहत दिलाएगी.
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FIRST PUBLISHED : January 22, 2024, 13:53 IST