नीतीश को नहीं छोड़ेंगे मांझी! अंबेडकर मूर्ति पर प्रदर्शन के बाद दिल्ली में राजघाट पर देंगे धरना

हाइलाइट्स

डॉ. भीम राव अंबेडकर मूर्ति के पास जीतन राम मांझी का मौन प्रदर्शन.
भाजपा नेताओं ने भी जीतन राम मांझी का दिया साथ, प्रशासन ने रोका.
मांझी ने कहा- नीतीश कुमार ने अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए बनाया सीएम.

पटना. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार पटना के डॉ भीमराव अंबेडकर स्मारक पर मौन प्रदर्शन किया. मौन प्रदर्शन का आयोजन तो हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की तरफ से किया जा रहा था, लेकिन भाजपा के नेता भी मौजूद रहे. इस दौरान मांझी को प्रशासन ने रोकने की कोशिश भी की, लेकिन इसी बीच भाजपा का मांझी को समर्थन रहा और प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी अंबेडकर मूर्ति के पास पहुंच गए. अंबेडकर मूर्ति के पास मौन प्रदर्शन रोकने पर मांझी भड़क गए और नीतीश सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया. इस बीच मांझी ने कहा कि छठ के बाद वे दिल्ली का रुख करेंगे और महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर धरना-प्रदर्शन करेंगे.

इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी सरकार को घेरा और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीमार हो गए हैं. बिहार की सत्ता से सरकार को बेदखल करने हमारी प्राथमिकता है. बता दें कि दो दिन पहले ही तेलंगाना की एक चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी जीतन राम मांझी का समर्थन करते हुए सीएम नीतीश पर निशाना साधा था. उन्होंने दिवंगत राम विलास पासवान के अपमान का भी मुद्दा उठाया था.

इसके बाद  जीतन राम मांझी ने खुद के अपमान के सहारे दलित समाज को अपमानित करने का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया. आज पटना में अपने मौन प्रदर्शन के बाद एक बार फिर जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अपने फायदे के लिए मुझे सीएम बनाया था. जब हमने सवाल जवाब करना शुरू किया तो उनके पेट में दर्द होने लगा.

जीतन राम मांझी ने कहा कि, वो (सीएम नीतीश) समझते थे कि मुसहर समाज का लोग बड़ा सीधा होता है. इसको बना देंगे तो कहेंगे वो करेगा. लेकिन, उनका 2014 लोकसभा चुनाव में बुरा हाल हो गया. इनको पार्टी के नेता लगातार इस्तीफा की मांग कर रहे थे तो इसी पर न देकर एक मुलायम (जीतन राम मांझी) आदमी को और एक सीधा-सादा आदमी को कुर्सी पर बिठा दिया. 2 महीना तक जैसा उन्होंने कहा वैसा हमने किया भी. उसके बाद लगातार यह बातें आने लगी कि जीतन राम मांझी रबर स्टैंप है और रिमोट से चलता है तो फिर हम काम करना शुरू किया तो उनके पेट में दर्द होने लगा.

नीतीश को नहीं छोड़ेंगे मांझी! अंबेडकर मूर्ति पर प्रदर्शन के बाद दिल्ली में राजघाट पर देंगे धरना

जीतन राम मांझी ने कहा, बिहार के मुख्यमंत्री महिलाओं के बारे में कितनी आपत्तिजनक बातें कहते हैं, यह आप लोग जानते हैं. उसके बाद हमारे साथ गलत बर्ताव किया जबकि हम उनसे उम्र में बहुत बड़े हैं. राजनीतिक जीवन भी उनसे लंबा है. विधान सभा में जहां छोटा हो या बड़ा हो, सभी माननीय सदस्य होते हैं, उनके प्रति आदर और सम्मान के साथ बातचीत की जानी चाहिए. लेकिन, जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बातें कहीं वह कहीं से भी उचित नहीं है.

मांझी ने आगे कहा, नीतीश कुमार न सिर्फ हमारा ही नहीं, बल्कि इस देश में रहने वाले सभी गरीब और दलित समाज के लोगों का अपमान किया है. नीतीश कुमार के तरफ से जो बातें कही गई है कहीं से भी सही नहीं है. मांझी ने कहा, हमें ऐसा क्या बोल रहे थे. हमने आरक्षण बिल का हमेशा से ही समर्थन किया है. हमने तो सिर्फ यह कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि आरक्षण का हर 10 साल में समीक्षा की जानी चाहिए. आप 18 साल से बिहार के मुख्यमंत्री के कुर्सी पर हैं और आपके बड़े भाई भी 15 साल कुर्सी पर रहे. आखिर क्यों समीक्षा नहीं होनी चाहिए?

Tags: Bihar News, Bihar politics, CM Nitish Kumar, Controversial statement, Former CM Jitan Ram Manjhi

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