Patna:
Bihar Politics News: बिहार में महागठबंधन की सरकार गिर गई है. बिहार में पिछले कुछ दिनों से लगाए जा रहे सियासी कयासों पर विराम लग गया है. नीतीश ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस्तीफा देने के लिए गाड़ियों के काफिले के साथ राजभवन पहुंचे थे. वहीं नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने रविवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, ”नीतीश कुमार को बहुत-बहुत धन्यवाद ज्ञापन करता हूं, जो उन्होंने जंगलराज को त्याग कर पुनः जनता के जनादेश को स्वीकार किया. बिहार फिर से सुशासन स्थापित करेगा और जंगल राज का खत्म होगा. पहले भी एनडीए गठबंधन ने बिहार में जो काम किया है वह देश में ही नहीं विदेश में भी गोल्ड मॉडल के नाम से प्रचलित है.” अब गिरिराज सिंह के इस बयान पर बिहार में सियासत गरमा गई है.
‘बीजेपी बिहार में जंगल राज नहीं होने देगी’ – गिरिराज सिंह
आपको बता दें कि आगे गिरिराज सिंह ने कहा कि, ”नीतीश कुमार की जो भी मजबूरी रही हो, डेढ़ साल में बिहार में जंगलराज 2 जैसी स्थिति हो जाती तो वे हैरान थे.” वहीं, जब मीडिया वालों ने आगे पूछा कि, ”क्या तेजस्वी यादव सीएम की कुर्सी पर बैठते ?” इस सवाल गिरिराज सिंह ने कहा कि, ”मुझे अब सिर्फ एक बात की चिंता थी, मुझे डर था कि तेजस्वी की ‘ताजपोशी’ के लिए लालू यादव जिस तरह का दबाव उन पर डाल रहे थे, उससे बिहार की हालत खराब हो जाती. जंगल राज फिर से आ जाती. अब इससे मुक्ति मिल गई है. बीजेपी बिहार में जंगल राज नहीं होने देगी.”
नई सरकार बनाने का रास्ता हुआ साफ
इसके साथ ही आपको बता दें कि बिहार में मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद नई सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है. अब बिहार में नई सरकार बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है. वहीं रविवार शाम को शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें नीतीश कुमार नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. बता दें कि बीजेपी कोटे से दो लोगों को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है, इसके साथ ही ‘हम’ और एक निर्दलीय विधायक को कैबिनेट में जगह मिली है. आज कैबिनेट में नीतीश समेत नौ लोगों के नाम पर मुहर लगी है.
6 जनवरी को ही दे दिया था इस्तीफे का संकेत
आपको बता दें कि नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ ही रविवार को बीजेपी के सभी विधायकों और प्रमुख नेताओं की बैठक हुई जिसमें सरकार बनाने के लिए जेडीयू को समर्थन देने का फैसला लिया गया, हालांकि इसके संकेत पहले से ही मिल रहे थे. वहीं 26 जनवरी को राजभवन में हाई टी पार्टी के दौरान जिस तरह नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक-दूसरे से हंसी-मजाक में बातें करते दिखे, उससे बहुत कुछ साफ हो गया.
इसके अलावा शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आधिकारिक दौरे पर बक्सर गए थे जहां केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने गाजे-बाजे के साथ उनका स्वागत किया. साथ ही दोनों ने एक साथ पूजा-अर्चना कर एक बार फिर राजनीति के सफर पर साथ चलने के संकेत दे दिए हैं.