पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद बिहार की राजनीति में इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. मांझी दलित समाज का अपमान बताकर खुद को आहत बताते हुए लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं. वहीं, भाजपा भी इस मुद्दे पर सीएम नीतीश पर लगातार निशाना साध रही है. इस क्रम में भाजपा के दलित नेताओं ने मोर्चा संभाल रखा है. इसी कड़ी में बीजेपी के दलित नेताओं ने सीएम नीतीश के जीतन राम मांझी से किए गए व्यवहार को नवसामंतवाद कहा है.
पटना में आयोजित बीजेपी प्रवक्ताओं की प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश और प्रवक्ता योगेंद्र पासवान ने कहा कि बीते एक हफ्ते से बड़ा ही दुखद समय बीता है और हम बिहारी होने से शर्मसार हैं. मुख्यमंत्री द्वारा लगातार विधान सभा में भाषाई मर्यादाओं को तोड़ा जा रहा है. जो खुद को लोहिया के अनुयायी बताते हैं उन्होंने महिलाओं के ऊपर अशोभनीय टिप्पणी की जो बेहद दुःखद है. भाजपा प्रवक्ताओं ने सीएम नीतीश को सलाह दी कि आप लोहिया को पढ़ने का भी काम कीजिए.
भाजपा प्रवक्ताओं ने कहा कि जीतन राम मांझी के लिए सभी मर्यादाओं को तोड़ा गया. ये नवसामंतवाद के नए चेहरे हैं. किस तरह से रामविलास पासवान को अपमानित करने का काम किया था? भाजपा नेताओं ने कहा, नीतीश कुमार आपकी मजबूरी थी जीतन राम को मुख्यमंत्री बनाना. नव सामंतवादियों से बचना होगा. किस अहम और वहम में हैं उसे जानना जरूरी है. बीजेपी प्रवक्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रोन्नति में आरक्षण बिल को निरस्त करने वाले नीतीश कुमार हैं.
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बारे में अपमानजनक तरीके से बात की थी. इसके साथ ही दलित नेता के साथ तू-तड़ाक वाली भाषा का इस्तेमाल किए जाने को लेकर बिहार की राजनीति गर्म हो गई. इस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी तेलंगाना की एक चुनावी सभा में अपने संबोधन में सीएम नीतीश के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई और उनपर दिवंगत राम विलास पासवान के अपमान का भी आरोप लगाया था.
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Tags: Bihar BJP, Bihar News, Bihar politics, CM Nitish Kumar, Controversial statement
FIRST PUBLISHED : November 13, 2023, 14:18 IST
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‘नीतीश कुमार का व्यवहार नवसामंतवाद, लोहिया को पढ़ने का भी काम करें’, भाजपा का प्रहार
पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद बिहार की राजनीति में इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. मांझी दलित समाज का अपमान बताकर खुद को आहत बताते हुए लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं. वहीं, भाजपा भी इस मुद्दे पर सीएम नीतीश पर लगातार निशाना साध रही है. इस क्रम में भाजपा के दलित नेताओं ने मोर्चा संभाल रखा है. इसी कड़ी में बीजेपी के दलित नेताओं ने सीएम नीतीश के जीतन राम मांझी से किए गए व्यवहार को नवसामंतवाद कहा है.
पटना में आयोजित बीजेपी प्रवक्ताओं की प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश और प्रवक्ता योगेंद्र पासवान ने कहा कि बीते एक हफ्ते से बड़ा ही दुखद समय बीता है और हम बिहारी होने से शर्मसार हैं. मुख्यमंत्री द्वारा लगातार विधान सभा में भाषाई मर्यादाओं को तोड़ा जा रहा है. जो खुद को लोहिया के अनुयायी बताते हैं उन्होंने महिलाओं के ऊपर अशोभनीय टिप्पणी की जो बेहद दुःखद है. भाजपा प्रवक्ताओं ने सीएम नीतीश को सलाह दी कि आप लोहिया को पढ़ने का भी काम कीजिए.
भाजपा प्रवक्ताओं ने कहा कि जीतन राम मांझी के लिए सभी मर्यादाओं को तोड़ा गया. ये नवसामंतवाद के नए चेहरे हैं. किस तरह से रामविलास पासवान को अपमानित करने का काम किया था? भाजपा नेताओं ने कहा, नीतीश कुमार आपकी मजबूरी थी जीतन राम को मुख्यमंत्री बनाना. नव सामंतवादियों से बचना होगा. किस अहम और वहम में हैं उसे जानना जरूरी है. बीजेपी प्रवक्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रोन्नति में आरक्षण बिल को निरस्त करने वाले नीतीश कुमार हैं.
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बारे में अपमानजनक तरीके से बात की थी. इसके साथ ही दलित नेता के साथ तू-तड़ाक वाली भाषा का इस्तेमाल किए जाने को लेकर बिहार की राजनीति गर्म हो गई. इस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी तेलंगाना की एक चुनावी सभा में अपने संबोधन में सीएम नीतीश के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई और उनपर दिवंगत राम विलास पासवान के अपमान का भी आरोप लगाया था.
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FIRST PUBLISHED : November 13, 2023, 14:18 IST
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