NEET UG 2024: मेडिकल की पढ़ाई के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) एक एंट्री गेट है. इस गेट को पार करने के बाद ही डॉक्टर बनने के अपने सपने को पूरा कर सकते हैं. इसके लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट यूजी के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है और यहां आपको हम कुछ ऐसे जरूरी संशोधन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे हर उम्मीदवारों को जानना चाहिए.
अपडेटेड ऑफिशियल वेबसाइट
नीट उम्मीदवार अब इससे संबंधित कोई भी जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट neet.ntaonline.in के जरिए प्राप्त कर सकते हैं.
सिलेबस में विषयों को घटाना और जोड़ना
नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) और एनटीए ने नीट सिलेबस को अपडेट किया है, कुछ विषयों को हटा दिया है और अन्य को शामिल किया है, जो टेस्ट के लिए आवश्यक हैं.
परीक्षा की लंबाई और पैटर्न में बदलाव
NEET परीक्षा अब 200 मिनट (3 घंटे और 20 मिनट) तक चलेगी, जिसमें टेस्ट दोपहर 2 बजे से शाम 5:20 बजे तक होगा. परीक्षा पैटर्न अब उम्मीदवारों को प्रत्येक विषय के लिए दो खंडों में से एक में प्रश्नों का उत्तर देने का विकल्प चुनने की अनुमति होगी. उम्मीदवार खंड बी में पंद्रह प्रश्नों में से किसी भी दस का प्रयास कर सकते हैं. खंड ए में पैंतीस प्रश्न हैं.
संशोधित आवेदन शुल्क
नीट परीक्षा के लिए आवेदन शुल्क स्ट्रक्चर में संशोधन किया गया है. सामान्य कैटेगरी से संबंध रखने वाले उम्मीदवारों के लिए पंजीकरण शुल्क बढ़ाकर 1,700 रुपये कर दी गई है. इससे पहले, जो उम्मीदवार भारत से बाहर के थे, उन्हें 9,500 रुपये का भुगतान करना पड़ता था. अब ईडब्ल्यूएस/ओबीसी-एनसीएल कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए 1,600 रुपये और एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 1,000 रुपये है.
टाई-ब्रेकिंग नीति में संशोधन
नीट में टाई-ब्रेकिंग के बारे में नियम को भी अपडेट किया गया है. यह तय करते समय कि उम्मीदवारों में से उच्चतम ग्रेड किसे मिलेगा. अब उम्र और नीट यूजी आवेदन संख्या को अब ध्यान में नहीं रखा जाता है. बायोलॉजी, केमेस्ट्री और फिजिक्स में प्राप्त अंकों के अनुसार प्राथमिकता दी जाती है. यदि आवश्यक हो, तो विषयों और विशिष्ट पाठ्यक्रमों के बीच सही और गलत उत्तरों के अनुपात पर विचार किया जाता है.
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Tags: NEET, Neet exam, NEET Topper
FIRST PUBLISHED : March 1, 2024, 14:17 IST