निडर पुलिस अफसर… संस्कारी पत्नी… बेहतरीन मां, माफिया के लिए खौफ का दूसरा नाम है लेडी सिंघम

भरत तिवारी/जबलपुर: महिलाएं आज किसी से कम नहीं, चाहे वह सरकारी विभाग हो या कारपोरेट जगज, हर जगह महिलाओं का डंका बज रहा है. पुलिस विभाग में भी महिलाएं अपनी जिम्मेदारी पूरी हिम्मत और ईमानदारी से निभा रही हैं. इसी कड़ी में एमपी की एक पुलिस अफसर का नाम सुनते ही शराब माफिया कांपने लगते हैं. इन्होंने कम उम्र में ही बड़ी सफलताएं हासिल कर लीं.

सेलेक्शन हुआ, पर उम्र कम निकली
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली श्वेता सिंह तिवारी ने बताया की उनका प्रशासनिक सेवा में जाने का बचपन का ही सपना था. CGPSC छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा बड़ी छोटी उम्र में निकल ली थी. DSP के पद पर उनका चयन भी हुआ था. लेकिन, यह सफलता एक असफलता के रूप में उनकी जिंदगी में आई. परीक्षा की न्यूनतम उम्र से 18 दिन छोटे होने के कारण उनका चयन नहीं किया गया. तब उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा.

MPPSC क्रैक किया
लेकिन, यही वो समय था जब उन्होंने हार ना मानकर अपने सपनों की तरफ कदम आगे बढ़ाया. अपनी आगे की शिक्षा पूरी की, जिसमें उन्होंने 2 विषय इंग्लिश और सोशियोलॉजी में MA किया और एक बार फिर 2014 में MPPSC की परीक्षा में बैठीं. इस बार सफलता के साथ उन्होंने परीक्षा निकाली और जबलपुर में आबकारी उपनिरीक्षक के रूप में पदस्थ हुईं.

माफिया में बनाया खाकी का खौफ
वर्तमान में जबलपुर के सिहोरा में आबकारी उपनिरीक्षक के रूप में पदस्थ श्वेता ने अपने कार्यकाल के दौरान कई बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. उन्होंने अपनी जान की परवाह ना करते हुए कई शराब माफिया पर शिकंजा कसा. 2014 में जबलपुर में पदस्थ श्वेता जिस भी क्षेत्र में जाती एक निडर पुलिस अफसर के रूप में खाकी की दहशत माफिया में बनातीं. इस दौरान उन्होंने एक महिला होने के नाते निडर होकर आधी रात में भी कई जगहों पर शिकंजा कसा. इन सब में जान का जोखिम सबसे ज्यादा रहा है. अपने इसी दबंग अंदाज़ के कारण जनता ने उन्हें लेडी सिंघम नाम दे दिया. जिस तरह फिल्मों में पुलिस अपराधियों की छुट्टी कर देती है, कुछ उसी तरह अपने दबंग अंदाज़ में श्वेता माफिया पर खाखी की दहशत बनाए हुए हैं.

दो बेटियां भी हैं
श्वेता एक पुलिस अफसर होने के साथ एक मां भी हैं. उनकी एक 5 साल और एक 3 साल की बेटियां हैं. उन्होंने अपने इन दोनों रूपों के माध्यम से सभी महिलाओं को ये संदेश भी दिया कि एक महिला घर में मां-पत्नी और बहू का फर्ज निभा सकती है तो वर्दी पहनने के बाद निडर होकर माफिया पर भी शिकंजा कस सकती है.

महिलाओं को दिया संदेश
श्वेता ने महिला दिवस के मोके पर महिलाओं के लिए संदेश देते हुए कहा कि अगर आप एक महिला हैं तो आप कुछ भी कर सकती हैं. अब चाहे हाउसवाइफ हों या बाहर काम करने वाली. अगर ठान लें तो कुछ भी कर सकती हैं. जैसे दुनिया किसी पुरुष के लिए है, उसी प्रकार दुनिया महिलाओं के लिए भी है.

Tags: Jabalpur news, Local18, MP Police, Womens day

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