14 मिनट पहलेलेखक: न्यूयॉर्क से भास्कर के लिए मोहम्मद अली
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निक्की को पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन का करीबी माना जाता है। हिलेरी ही उन्हें सियासत में लाई थीं।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मियां उफान पर हैं। रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी की दौड़ में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का मुकाबला भारतवंशी निक्की हेली से है। हेली को अपनी भारतीय विरासत पर गर्व है। भारत-अमेरिका की दोस्ती की पक्षधर हेली ने द्विपक्षीय संबंध, यूक्रेन और हमास जंग और चीन के मुद्दों पर बातचीत की। पेश है भास्कर से उनकी बातचीत के प्रमुख अंश…
सवाल- भारतवंशी होने के नाते भारत-US संबंधों को कैसे देखती हैं?
जवाब- मैं अपनी हर स्पीच की शुरुआत खुद को भारत की बेटी के रूप में करती हूं। अमेरिका में भारतीय सबसे संपन्न और शिक्षित वर्ग में आते हैं। परोपकार के कामों में भी भारतीय सबसे आगे रहते हैं। मेरा वादा है कि राष्ट्रपति बनने पर मैं भारत के साथ संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाऊंगी।
सवाल- आप पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प को कितनी चुनौती दे पाएंगी?
जवाब- पार्टी में अब मैं और ट्रम्प ही टिकट के दावेदार हैं। मैं मानती हूं कि बाइडेन को ट्रम्प हरा नहीं सकते हैं। मैं रेस नहीं छोडूंगी। मेरे रहने से जनता के पास बेहतर विकल्प है। अमेरिका अब फिर से ट्रम्प या बाइडेन को नहीं झेल सकते हैं। एक-तिहाई अमेरिकी मानते हैं, ट्रम्प मानसिक और शारीरिक रूप से फिट नहीं हैं।
फुटेज साउथ कैरोलीना में हुए चुनाव के बाद के हैं। निक्की हेली 8 राज्यों में ट्रम्प से पिछड़ी हैं। उनका कहना है कि वो उम्मीदवार बनने की रेस से अपना नाम वापस नहीं लेंगी।
सवाल- क्या आप चीन को बड़ा खतरा मानती हैं… कैसे मुकाबला करेंगी?
जवाब- चीन अमेरिका ही नहीं पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। लेकिन राष्ट्रपति बाइडेन अपने मंत्रियों को चीन भेज रहे हैं, ये कैसी कूटनीति है। अमेरिका को चीन से मुकाबला करने के लिए टेक्नोलॉजी और इकोनॉमी सेक्टर में तेजी लानी होगी। मित्र देशों के साथ साझा मोर्चा बनाना होगा। चीन के साथ नरम रवैया घातक साबित होगा। बाइडेन अपने कार्यकाल में चीन के मोर्चे पर विफल ही रहे हैं।
सवाल- आपका समर्थन इजराइल को है, हमास के मुद्दे को सुलझा पाएंगी?
जवाब- मैं हमेशा इजराइल को बिना शर्त समर्थन दूंगी। पश्चिम एशिया के लिए ये जरूरी है। फिलिस्तीन और ईरान द्विराष्ट्र के सिद्धांत को नहीं मान कर इजराइल को खत्म करने पर तुले हैं। अमेरिका को यहां पर इजराइल को फ्री हैंड देकर सहयोगी की भूमिका निभानी चाहिए। हमास की रीढ़ तोड़ने का यही सबसे सही समय है।
इजराइल-हमास जंग में अब तक 30 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है।
सवाल- ट्रम्प समर्थकों का आरोप है कि आप अवैध प्रवासियों पर नरम हैं, क्या कहेंगी?
जवाब- मैंने हमेशा से अवैध प्रवासियों का विरोध किया है। ये कानूनी रूप से गलत है। दक्षिण कैरोलाइना की गवर्नर रहने के दौरान मैंने अवैध प्रवासियों के खिलाफ सबसे कड़े नियम लागू किए। मेरे माता-पिता कानूनी रूप से प्रवासी बनकर अमेरिका आए और यहां पर सफल हुए। बाइडेन के रहते 70 लाख लोग अवैध रूप से दाखिल हो चुके हैं।
सवाल- शुरुआती दौर के बाद क्या फंड देने वाले आपसे कन्नी काटने लगे हैं?
जवाब- दक्षिण कैरोलाइना में हार के बावजूद मुझे 24 घंटे के भीतर ही साढ़े आठ करोड़ रुपए का इलेक्शन फंड मिला। दरअसल, अमेरिकी लोगों को लगता है मैं उनके हितों को मजबूती से उठा सकती हूं।