दीपक पाण्डेय/खरगोन.मध्य प्रदेश के खरगोन की एक महिला सरपंच के कामों से ग्रामीण इतने खुश हुए की उसकी मौत के बाद सांस को निर्विरोध अपना सरपंच चुन लिया. उपचुनाव में गांव से किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया. नतीजा अब सांस अपनी बहू के कार्यों को आगे बड़ाते हुए विकास को गति प्रदान करेंगी. बता दें कि बड़वाह जनपद में एक सरपंच और 92 वार्डों के पांचों की रिक्त सीटों पर उप चुनाव की प्रक्रिया चल रही है.
दरअसल, खगवाडा पंचायत में 40 वर्षीय सरपंच ममता बाई पति जगदीश की कैंसर से मृत्यु के बाद निर्वाचन आयोग द्वारा यहां उप चुनाव कराए जा रहे है. गांव में ममता के अच्छे कामों को देखते हुए ग्रामीण ने उन्हीं के परिवार से पुनः सरपंच बनाने का फैसला लिया. उप चुनाव में ममता बाई की 66 वर्षीय सांस नानीबाई पति बालकराम ने नामांकन दाखिल किया. आरक्षित सीट होंगे और ग्रामीण के फैसले अनुसार अन्य किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया. इस स्थिति में नानीबाई निर्विरोध सरपंच चुनी गई.
यह भी हुए निर्विरोध निर्वाचित –
बड़वाह जनपद पंचायत की सीईओ कंचना डोंगरे ने कहा कि बड़वाह जनपद की खंगवाड़ा में सरपंच ममता बाई की मौत के बाद यह सीट खाली हो गई थी. इसके अलावा 28 पंचायतों में 92 पंच पद भी रिक्त है. जिनके लिए निर्वाचन कराए जा रहे है. खंगवाडा से एक ही आवेदन प्राप्त हुआ है जबकि 92 पंच पद के लिए सिर्फ 25 आवेदन प्राप्त हुए है. बता दें की जहां एक ही आवेदन आया है वहां मतदान की जरूरत नही होगी. इस स्थिति में खंगवाड़ा सरपंच सहित सभी 25 पंचों के दावेदार निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे.
सांस को सौंपी बागडोर –
बताया जा रहा है की ग्राम पंचायत खंगवाड़ा में सरपंच रहते हुए ममता बाई ने गांव में विकास को लेकर बेहतर काम किए थे, लेकिन केंसर होने से उनकी मौत हो है. उनके पति जगदीश भी गांव में विकास को लेकर हमेशा सजग रहते है. यहीं वजह है की ग्राम वासियों ने यह निर्णय लिया की ममता की सांस नानीबाई को सरपंच बनाकर पंचायत की बागडोर सौंपी जाएं.
.
Tags: Hindi news, Latest hindi news, Local18, Madhya pradesh news
FIRST PUBLISHED : December 29, 2023, 16:26 IST