नई दिल्ली: हल्द्वानी हिंसा का मुद्दा शुक्रवार को लोकसभा में उठाते हुए आईयूएमएल सांसद ई टी मोहम्मद बशीर ने कहा कि ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए, नहीं तो देश को नुकसान होगा. कांग्रेस सरकार के समय अर्थव्यवस्था बुरी हालात पर केन्द्र सरकार द्वारा जारी श्वेत पत्र पर चर्चा में भाग लेते हुए सांसद मोहम्मद बशीर ने कहा कि जब मैं शुक्रवार को मस्जिद में नमाज अता करने गया तो वहां लोगों को उत्तराखंड के घटनाक्रम के कारण रोते हुए पाया.
उत्तराखंड शहर में एक ‘अवैध रूप से निर्मित’ मदरसे और उसके परिसर के अंदर नमाज पढ़ने की जगह को ध्वस्त करने पर भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि कर्फ्यू लगा दिया गया है और देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं. बशीर ने दावा किया कि देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं और एक मस्जिद और एक मदरसे के विध्वंस के बाद सांप्रदायिक हिंसा के दौरान हल्द्वानी में लोग मारे गए हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. इस जगह को आपने समान नागरिक संहिता के लिए चुना है. इस तरह की बात से पूरा देश चिंतित है. कोई भी पहचान और विचारधारा को नहीं मिटा सकता इस पर बशीर ने कहा कि यह मानने का हर कारण है कि अगर इस तरह की बात होती है, तो यह देश कुत्तों के पास चला जाएगा. हमें इसके बारे में बहुत सावधान रहना होगा.
श्वेत पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि यह श्वेत पत्र भाजपा के लिए, भाजपा द्वारा, भाजपा का और भाजपा के चुनाव के लिए है. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने गरीब लोगों के कल्याण के लिए मनरेगा शुरू करने के अलावा सूचना का अधिकार और शिक्षा का अधिकार जैसे कई महत्वपूर्ण कानून लाए.
.
Tags: Haldwani news, Uttrakhand ki news
FIRST PUBLISHED : February 9, 2024, 20:52 IST