नशे के सौदागरों के बीच नशा मुक्ति अभियान, जिला जेल में कैदी हुए नशे के दुष्प्रभाव से रूबरू

शादाब चौधरी / मंदसौर. मादक पदार्थ के उत्पादन के लिए पूरे विश्व में शुमार है तो वहीं अवैध मादक पदार्थ की तस्करी के लिए भी मंदसौर जिला जाना – पहचाना जाता है. ऐसे में मन्दसौर की जिला जेल में कई नशे के सौदागर सलाखों के पीछे यानी कि जेल में बंद हैं. नारकोटिक्स विंग के साथ अन्य विभाग के अधिकारीयों ने जेल में बंद तमाम कैदियों को नशे के दुष्प्रभाव से रूबरू करवाते हुए उनसे सीधा संवाद भी किया गया.

आपको बता दे की मंदसौर की जिला जेल में बाकी दूसरे कैदियों के अलावा अवैध मादक पदार्थ की तस्करी से जुड़े आरोपियों की तादाद अधिक है. ऐसे में शनिवार को कैदखाने में बंद कैदियों के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन जिला जेल विभाग के द्वारा आयोजित किया गया जिसमें नारकोटिक्स विंग के इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता ने वहां मौजूद बंदियों को नशे से दूरी बनाने की नसीहत देते हुए उनके साथ सीधा संवाद किया इस दौरान बंदियों ने भी नशे से सम्बंधित बारीकियों का उल्लेख करते हुए खुलकर अपनी बात अधिकारियों के सामने रखी. नारकोटिक्स विंग इंस्पेक्टर ने नशे के एडिक्ट लोगों के लिए नशा मुक्ति केंद्र में निःशुल्क इलाज़ के बारे में भी जानकारी कैदियों के समक्ष प्रस्तुत की.

नारकोटिक्स विंग इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता ने दी  ये जानकारी

नारकोटिक्स विंग इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता ने लोकल 18 से चर्चा करते हुए बताया कि जिला जेल में कैदियों को नशा मुक्ति के साथ नशे के दुष्प्रभाव के संबंध में जानकारी दी गई है. कैदियों से सीधा संवाद के बारे में इंस्पेक्टर ने कहा कि जेल में बहुत से कैदी ऐसे थे जो ड्रग्स के केस में ही जेल में बंद है और उन्हें इस सम्बंध में जानकारी अधिक होती है इसलिए उनसे सीधा संवाद किया गया ऐसे कैदी भी सामने आए हैं जो पूर्व में नशे की गिरफ्त में थे और नशे की वजह से ही वह आपराधिक गतिविधियों में शामिल हुए. विवेक गुप्ता ने यह भी बताया कि कोई व्यक्ति नशे का एडिक्ट हो गया हो तो नारकोटिक्स विंग उसका निशुल्क उपचार के साथ रहने और खाने की व्यवस्था के लिए हमेशा तत्पर है.

जेल अधीक्षक के मुताबिक कैदियों को नशे दुष्परिणाम बताना जरूरी
मंदसौर जिला जेल के जेल अधीक्षक प्रेम कुमार सिन्हा ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि जेल में नशा मुक्ति अभियान वक़्त – वक़्त पर आयोजित होता रहता है. जेल में बहुत से कैदी ऐसे आते हैं जो नशे के आदी होते हैं. नशे के कारण समाज, परिवार और व्यक्तिगत क्षति पहुंच रही है उसके लिए नशा मुक्ति अभियान का प्रोग्राम रखा गया है.

जेल में मौजूद तमाम बंदियों को नशे की बुराइयों से अवगत करवाने के साथ ही नशे से दूरी बनाने की सलाह दी गई है.नशा मुक्ति अभियान कार्यक्रम में नारकोटिक्स विंग इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता के अलावा जिला जेल अधीक्षक प्रेम कुमार सिंह, सब जेलर सुभद्रा ठाकुर, एसडीओपी कीर्ति बघेल सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.

Tags: Local18, Mandsaur news

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