नवमी पर जंगली इलाकों में रहने वाली आदिवासी कन्याओं का किया गया पूजन

ओम प्रकाश निरंजन/कोडरमा. शारदीय नवरात्र के नवमी कोकन्या पूजन का विशेष महत्व है. लोग अपने घरों में कन्याओं को माता दुर्गा का स्वरूप मानकर पूजा करते हैं. लेकिन कोडरमा की एक संस्था जंगली इलाकों में रह रहे आदिवासी समाज की कन्याओं का पूजन करती है. ताकि उन्हें भी मुख्य धारा से जोड़ा जा सके.

सेवा भारती संगठन के द्वारा वन क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी मुंडा परिवार के बीच महानवमी पर उनके सम्मान में 31 कन्याओं का पूजन किया गया. पिछले तीन सालों से यह सिलसिला जारी है.सेवा भारती के आलोक कुमार सिन्हा ने कहा कि शहरी क्षेत्र में तो कई स्थानों पर कन्या पूजन का आयोजन किया जाता है. लेकिन वन क्षेत्र में रहने वाले अभावग्रस्त लोग त्यौहार में इन सब से वंचित रह जाते हैं.

31 कन्याओं का किया गया पूजन
इसी को ध्यान में रखते हुए सेवा भारती के द्वारा पिछले 3 वर्षों से दुर्गा पूजा की नवमी पर मुंडा परिवार के बीच पहुंचकर कन्या पूजन का आयोजन किया जा रहा है.सेवा भारती के द्वारा झरना कुंड धाम में कन्याओं को एकत्रित कर सर्वप्रथम उनका पैर धोया गया.इसके बाद पैर में महावर लगाने केउपरांत तिलक लगाकर उन्हें अंग वस्त्र फल और राशि अर्पण करउनका पूजन किया गया.

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FIRST PUBLISHED : October 23, 2023, 18:17 IST

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