नमो रैपिडएक्‍स से जुड़ेगा जेवर एयरपोर्ट, एनसीआरटीसी को मिली स्‍वीकृति, जानें

Namo RapidX will connect Jewar airport: देश की पहली रीजनल ट्रेन यानी नमो रैपिडएक्‍स जेवर एयरपोर्ट से जुड़ेगी. इसके लिए उत्‍तर प्रदेश सरकार ने मंजूरी दे दी है. एनसीआरटीसी जल्‍द ही इसका डीपीआर तैयार करेगा. संभवना है कि 2031 तक जेवर एयरपोर्ट से रैपिडएक्‍स लिंक हो जाएगी. गौरतलब है कि वर्ष 2025 तक दिल्‍ली से मेरठ तक रैपिडएक्‍स का संचालन शुरू हो जाएगा.

मौजूदा समय नमो रैपिडएक्‍स का संचालन गाजियाबाद में 17 किमी. में हो रहा है. यह प्राथमिक खंड है. दूसरे खंड में निजामुद्दीन से मेरठ तक संचालन होगा. गाजियाबाद से इसे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लिंक करने की तैयारी है. इसका संभावित रूट ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट, परी चौक होते हुए एयरपोर्ट होगा.
हाल ही में उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍य सचिव डीएस मिश्रा की अध्यक्षता में बैठक हुई. जिसमें नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन (एनसीआरटीसी) की व्यावहारिकता (फिजिबिलिटी) रिपोर्ट को स्वीकृति दे दी गई है. अब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की जाएगी.

ये होंगे संभावित स्‍टेशन

सिद्धार्थ विहार, गाजियाबाद साउथ, ग्रेनो वेस्ट सेक्टर-16 सी, ग्रेनो वेस्ट सेक्टर-4, इकोटेक-12, सेक्टर-2, सेक्टर-3, सेक्टर-10, सेक्टर-12, नॉलेज पार्क-5, पुलिस लाइन सूरजपुर, सूरजपुर, मलकपुर, इकोटेक-2, नॉलेज पार्क-3, गामा-1, परी चौक, ओमेगा-2, फाई-3, इकोटेक-1 ई, इकोटेक-5, दनकौर, यीडा सेक्टर-18, यीडा सेक्टर-20, यीडा सेंट्रल (सेक्टर-21, 35), यीडा सेक्टर-28, 33, दयानतपुर और एनआईए संभावित स्टेशन हैं.

जेवर एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट

जेवर एयरपोर्ट को एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बताया जा रहा है. इसका पहला फेज 2024 में पूरा हो जाने की उम्मीद है, जिस पर 4588 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसे 5000 हेक्टेयर के एरिया में बनाया जाना है. यह दिल्ली एयरपोर्ट पर पड़ने वाले बोझ को कम करेगा. पूरे एयरपोर्ट के निर्माण में 30,000 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है. इस पर 6-8 रनवे बनाए जाएंगे. अभी तक किसी भारतीय एयरपोर्ट के पास इतने रनवे नहीं हैं.

Tags: Airport in Jewar, Delhi-Meerut RRTS Corridor, Jewar airport

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *