नज़र आया एक केन्द्रीय मंत्री का मानवीय चेहरा, बीमार यात्री को खुद पहुंचाई दवा

नई दिल्‍ली. सुपरफास्ट शताब्दी एक्‍सप्रेस झाँसी से दिल्ली अपनी रफ़्तार में चली जा रही थी. तभी सभी यात्रियों को एक घोषणा सुनाई देती है. शताब्दी के पब्लिक एड्रेस सिस्टम पर एक यात्री की तबीयत बिगड़ने का ऐलान हो रहा था. बाकी यात्रियों से निवेदन किया जा रहा था कि जिसके पास रक्तचाप मापने की (बीपी) मशीन हो और ब्लड प्रेशर की दवा भी हो. ये ऐलान ऊंची श्रेणी में यात्रा कर रहे एक वीवीआईपी को भी सुनाई दिया. लेकिन अब तो वीआईपी संस्कृति तो खत्म ही हो गई है और मोदी कैबिनेट के मंत्री अब जनता की सेवा को ही अपना धर्म मान कर चल रहे हैं.

बहरहाल उच्च श्रेणी में यात्रा कर रहे व्यक्ति मोदी कैबिनेट के मंत्री महेंद्र नाथ पांडे (Mahendra Nath Pandey) थे. उन्होंने जैसे ही घोषणा सुनी, तत्काल अपनी सीट से निकल पड़े बीमार व्यक्ति के कोच की ओर. बीपी मशीन और दवा लेकर अपने से पांच कोच पीछे पहुंचे. बीमार का बीपी जांचा, बीमार को दवा दी. जब तक बीमार यात्री नॉर्मल नहीं हुआ, डॉ महेंद्र नाथ पांडे उसके पास ही बैठे रहे.

मोदी सरकार के मानवीय चेहरे को उजागर कर रहे
दरअसल केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडे झाँसी में भेल द्वारा आयोजित हिन्दी दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे. गुरुवार की रात ढाई बजे झाँसी पहुंचे थे और सुबह भेल पुस्तकालय का उद्घाटन करने के शताब्दी से ही दिल्ली रवाना हुए थे. जाहिर है एक कैबिनेट मंत्री का ये कदम मोदी सरकार के मानवीय चेहरे को उजागर कर रहे है.

Tags: Mahendra Nath Pandey, Modi cabinet, Modi Sarkar, Train

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