रूपांशु चौधरी/हजारीबाग. दिसंबर का महीना खत्म हो चुका है. धान के अधिकांश किसान अब अपने धान के फसलों से धान निकालकर खलिहानों से घर ला चुके हैं. साथ ही नए वर्ष में हजारीबाग के ग्रामीण क्षेत्रों में नए अरवा चावल से बने छिलका रोटी बनने लगी है. ये रोटी काफी मुलायम रहती है. साथ ही इन्हे बनाने की प्रक्रिया काफी सरल रहती है. ठंड के दिनों में लोग इस छिलका रोटी को खाना खूब पसंद करते हैं.
हजारीबाग के बरकट्ठा प्रखंड के चुगलामो गांव की प्रमिला देवी बताती हैं कि झारखंड में दिसंबर के महीने में किसान अपनी अधिकांश फसलों को काट कर ले आते हैं. वहीं जनवरी के महीने में नए साल और मकर सक्रांति के त्योहार में लोग अपनी नए फसलों के पकवान बनाते हैं. जिसमें छिलका रोटी और पीठा शामिल है. इन दोनों पकवानों को नए अरवा चावल से बनाया जाता है. छिलका रोटी को लोग ग्रेवी वाले चिकन, मटन और आलू गोभी मटर की सब्जी के साथ खाना पसंद करते हैं.
ऐसे बनाएं छिलका रोटी
उन्होंने आगे बताया कि छिलका रोटी जल्दी बन जाने के कारण लोग इसे खूब पसंद करते हैं. इसे बनाने के लिए सबसे पहले नए चावल को रात भर भीगने के लिए रखा जाता है. फिर फूले हुए चावल को पीस कर एक पतला बेटर बनाया जाता है. फिर गर्म मोटे लोहे के तवे या नॉन स्टिक तवे के ऊपर हल्का सरसों का तेल लगाया जाता है. ताकि ये बेटर चिपके नहीं. फिर बेटर को तवे पर डाला जाता है. रोटी तवा पर अच्छे से पक जाने के बाद इसे तवा से हटाकर ठंडा होने के लिए रखा जाता है. फिर उसे मोड़ कर स्टोर कर सकते हैं या सर्व कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 2, 2024, 13:12 IST