न्यू मेक्सिको: धरती पर एलियंस की मौजूदगी को लेकर जिज्ञासा बढ़ती जा रही है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि अमेरिका ने इस तरह के दावों को कई बार सही बताया है. वहीं, मेक्सिको की संसद में एलियंस की लाशों को भी दिखा दिया गया, जिसे लेकर पूरी दुनिया में बहस छिड़ गई है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक ‘पब्लिसिटी स्टंट’ है. दुनिया में एलियंस का कोई वजूद नहीं है. बता दें कि मेक्सिको संसद में लाइव स्ट्रीमिंग से मैक्सिकन पत्रकार और लंबे समय तक यूएफओ के शौकीन जैमे मौसन ने एलियंस की लाशों को दिखाया था. इन लाशों के हाथ और पैर में तीन उंगलियां थीं.
मौसन ने दावा किया कि ये एलियंस 2017 में पेरू के प्राचीन नाज़का लाइन्स के पास से पाए गए थे. उन्होंने बताया कि इसे मेक्सिको के राष्ट्रीय स्वायत्त विश्वविद्यालय (यूएनएएम) द्वारा कार्बन-डेटेड किया गया था और निष्कर्ष निकाला गया था कि वे लगभग 1,000 साल पुराने थे. उन्होंने दावा किया कि उनका पृथ्वी पर किसी भी प्रजाति से कोई संबंध नहीं है. यह ऐसा लगता है कि यह ममी बच्चा है. मौसन पहले भी इसी तरह के विवादास्पद दावे कर चुके हैं.
पूर्व अमेरिकी नौसेना पायलट ने की आलोचना
इन एलियंस के डेड बॉडी को दिखाए जाने की आलोचना पूर्व अमेरिकी नौसेना पायलट रयान ग्रेव्स ने की है. उन्होंने इसे “अज्ञात असामान्य घटना” घटना बताया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि “मैं इस अप्रमाणित स्टंट से बहुत निराश हूं.”
पेरू के संस्कृति मंत्री ने किया ये सवालपेरू के संस्कृति मंत्री लेस्ली उर्टेगा ने सवाल उठाया है कि यह नमूने पेरू से कैसे निकले. उर्टेगा ने मौसन और उनके सहयोगियों के संदर्भ में बुधवार देर रात पत्रकारों से कहा, “इन सज्जनों के साथ संबंध रखने वाले कुछ लोगों के खिलाफ संस्कृति मंत्रालय की ओर से एक आपराधिक शिकायत है.” मौसन ने गुरुवार को रॉयटर्स से बात करते हुए कहा कि उनके आलोचकों ने अभी तक उनके दावों का खंडन करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं किया है. मौसन ने कहा, “उनके आलोचक उनकी खोज की ताकत को छीन लेना चाहते हैं. हम इसपर वर्षों से जांच कर रहे हैं… वे यहां सिर्फ बातचीत कर रहे हैं.”
जांच की मांग
नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने गुरुवार को अज्ञात असामान्य घटना (UAP) या यूएफओ (UFO) पर अपनी रिपोर्ट जारी की. नासा प्रमुख बिल नेल्सन ने कहा कि, ‘उनका मानना है कि अमेरिका में एलियंस हैं.’ वहीं, स्काईन्यूज ने बताया कि अमेरिका के हवाई क्षेत्र को यूएपी से खतरा बताया है. वहीं, प्रिंसटन विश्वविद्यालय के खगोल भौतिकी विभाग के पूर्व प्रमुख और रिपोर्ट के अध्यक्ष डेविड स्पर्गेल ने कहा कि उन्हें नमूनों की प्रकृति के बारे में पता नहीं है. उन्होंने कहा “अगर आपके पास कुछ अजीब है, तो दुनिया के वैज्ञानिक समुदाय को नमूने उपलब्ध कराएं और हम देखेंगे कि उनमें क्या है.”
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FIRST PUBLISHED : September 15, 2023, 13:59 IST