घाटमपुर2 मिनट पहले
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कानपुर के घाटमपुर में सेठ सुखनंदन लाल ट्रस्ट कमेटी के द्वारा छ दिवसीय रामलीला का आयोजन किया गया। यहां पर चौथे दिन धनुष यज्ञ का मंचन किया गया। रामलीला में सभी पात्र व कलाकार गांव के ही रहते हैं, जिन्हें एक माह पहले से रिहर्सल करवाई जाती है। सभी पात्र बिना किसी अन्य प्रयोग के रामायण की चौपाई पर ही अभिनय करते हैं। यहां धनुष टूटते ही भगवान श्री राम के स्वरूप का मूर्छित हो जाना अपने आप में आश्चर्य है। रामलीला देखने आसपास गांवों से लोगो की भारी भीड़ जुटती है। सुरक्षा के लिए पुलिस बल मौजूद रहता है।
- आइए अब पढ़िए रामलीली आयोजन की पूरी कहानी…
प्राचीन रामलीला से जुड़ी है, लोगों की आस्था