मनीष कुमार/कटिहार. दीपावली से पहले धनतेरस के त्योहार मनाया जाता है. इस दिन लोग दुकानों पर गहनों, कपड़ों और खरीदारी के लिए अपनी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं. परंतु इस दिन सोने के बजाय पीतल के बर्तनों की खरीदारी शुभ मानी जाती है. मशहूर आचार्य और कटिहार के प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर के पुजारी राघवेंद्र झा बताते हैं कि धनतेरस के दिन पीतल के बर्तन खरीदना काफी शुभ होता है. इसलिए कि भगवान धनवंतरी भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं और पीतल का रंग उनके बहुत प्रिय होता है.
इसलिए खरीदें पीतल के बर्तन
धनत्रयोदशी के दिन भगवान धनवंतरी का जन्म हुआ था और इसीलिए इस दिन को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है. दीपावली के पहले आने वाले इस त्योहार को लोग काफी धूमधाम से मनाते है. इस दिन गहनों और बर्तन की खरीदारी जरूर की जाती है. धनवंतरी का जन्म दिवस धनतेरस के रूप में मनाया जाता है. आचार्य राघवेंद्र झा ने बताया कि भगवान धनवंतरी को पीतल का पात्र अति प्रिय है, इसीलिए धनतेरस के दिन पीतल का बर्तन अवश्य रूप से खरीदना चाहिए. इससे भगवान धनवंतरी का आशीर्वाद मिलता है. पीतल खरीदना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि पीतल धातु को भगवान धनवंतरी का धातु माना जाता है. आपको बता दें कि इस दिन भगवान धनवंतरि की पूजा का भी विशेष महत्व होता है. इसलिए उन्होंने सभी से धनतेरस के मौके पर पीतल से जुड़े हुए बर्तन खरीदने की लोगों को सलाह दी.
पीतल खरीदने से घर में आता है सौभाग्य
हिंदू धर्म के पुराणिक कथाओं के अनुसार भगवान विष्णु के 12वें अवतार के रूप में भगवान धनवंतरी जी का वर्णन किया गया है. इस दिन उनका जन्म हुआ था. इसलिए इस दिन पीतल खरीदने से घर में सौभाग्य और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है. पुराणों के अनुसार देवी-देवताओं को पीतल के बर्तन में ही उनका भोग रखना चाहिए, जिससे उनकी कृपा सदैव बनी रहती है और घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है.
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FIRST PUBLISHED : November 10, 2023, 07:01 IST