परमजीत कुमार/देवघर.हिंदू धर्म में दीपक या दीया का बहुत खास महत्व है. दीपक या दीया जलाने के बाद ही कोई भी पूजा संपन्न मानी जाती है. वहीं धनतेरस में दीपक जलाने का भी परंपरा है और यह परंपरा प्राचीन काल से ही चलती आ रही है माना जाता है कि धनतेरस के दिन अगर आप दिया जलाते हैं तो माता लक्ष्मी का आपके घर में वास होता है और घर में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है. हिंदू धर्म में कोई भी कार्य करने के लिए शुभ समय या वास्तु आवश्यक होता है.अगर आप शुभ समय में दिया जलाते हैं तो माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. तो लिए देवघर के ज्योतिषआचार्य से जानते हैं कि धनतेरस के दिन किस समय घरों में दिया जलाना चाहिए.
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 से कहा कि 10 नवंबर यानी कलधनतेरस का पर्व मनाया जाएगा.हिंदू धर्म में पूजा पाठ के दौरान दीपक जलाने की परंपरा है. वहीं धनतेरस के दिन घी का दीया जलाने का विधान है. अगर आप घर में सही समय पर दीपक जलते हैं तो इसे घरों सें नकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है. वहीं, समय का ख्याल रख दीया जलाने सेमाता लक्ष्मी की कृपा से घरों में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है और आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है.
धनतेरस के दिन इस समय जलाये दीया
ज्योतिषाचार्य ने आगे कहा कि वस्तु के अनुसार धनतेरस के दिन गोधूलि बेला में दीपक अपने-अपने घरों में जलाना चाहिए. गोधूलि बेला यानिना ही दिन का वक्त और ना हीं रात का वक्त. ढलते सूर्य जब अपनी लालिमा में रहती है उस समय को गोधूलि बेला बोलते हैं और गोधूलि बेला में दीपक जलाना सबसे शुभ माना जाता है.वास्तु के अनुसार इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. गोधूलि बेला में घर के मुख्य द्वार के साथ-साथ तुलसी पेड़ के नीचे और मंदिर में घी के दीये जरूर जलाना चाहिए. मुख्य द्वार पर घी के दीये जलाने से राहु केतु का दुष्प्रभाव समाप्त हो जाता है.
किस दिशा मे दीये जलाये
दीये जलाने का एक दिशा भी तय रहता है. अगर आप गलत दिशा में दीये जलते हैं तो इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए धनतेरस के दिन यम का जो दिया है वह दक्षिण दिशा में जलाएं इसके साथ हीं मुख्य द्वार पर दाहिनी और दीये को जलाएं. दिशा की बात करें तो ध्यान रहे उत्तर और पूर्व की दिशा में दिया को जलाना चाहिए. पश्चिम की दिशा में भूलकर भी दिया को ना जलाए.
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FIRST PUBLISHED : November 9, 2023, 17:40 IST