उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भ्रष्टाचार पर अंकुश और अनियमितताओं का पता लगाने में ‘चार्टर्ड अकाउंटेंट’ की भूमिका के महत्व पर जोर देते हुएशुक्रवार को कहा कि उनकी अनूठी भूमिका में किसी भी तरह लापरवाही से देश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय स्वास्थ्य पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
गांधीनगर के महात्मा मंदिर सम्मेलन केंद्र में ग्लोबल प्रोफेशनल अकाउंटेंट्स कन्वेंशन (ग्लोपैक) के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कर चोरी और वित्तीय धोखाधड़ी अर्थव्यवस्था की वित्तीय स्थिरता और विकास को खतरे में डालती है।
उन्होंने कहा, “कर योजना और चोरी के बीच एक महीन रेखा है। चार्टर्ड अकाउंटेंट को हमेशा कर योजना के पक्ष में काम करना चाहिए और कर चोरी की निंदा करनी चाहिए। निगरानीकर्ता के रूप में, आपकी क्षमता इन्हें नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त है।
चार्टर्ड अकाउंटेंटएमआरआई (मैग्नेटिक रिसोनेंस इमेजिंग) और सीटी (कंप्यूटेड टोमोग्राफी) स्कैन का एक वित्तीय रूप होते हैं। यदि वे तय करे लें तो कोई कानूनी उल्लंघन या गड़बड़झाला नहीं हो सकता।
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